Oxygen ended in the night 5 corona pationt dead: digi desk/BHN/जबलपुर/ प्राणवायु ऑक्सीजन की कमी से गैलेक्सी हॉस्पिटल में कोरोना संक्रमित पांच मरीजों ने दम तोड़ दिया। घटना गुरुवार-शुक्रवार दरमियानी रात की है। मरीजों की असमय मौत से आक्रोशित स्वजन में अस्पताल में हंगामा खड़ा कर दिया। हालात पर काबू पाने के लिए पुलिस बल तैनात करना पड़ा। कोतवाली सीएसपी दीपक मिश्रा बल सहित मौके पर पहुंचे और स्वजन को समझाइश देकर शांत कराया। इस दौरान पुलिस ने ऑक्सीजन की व्यवस्था कराई जिसके बाद भर्ती अन्य मरीजों की जान बचाई जा सकी। हैरानी की बात यह है कि हॉस्पिटल में ऑक्सीजन का बैकअप भी नहीं मिला जिससे तय माना जा रहा है कि पुलिस समय रहते ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध है न कराती जो कई मरीजों की जान पर खतरा मंडरा चुका था।
65 मरीज थे भर्ती: बताया जाता है कि गैलेक्सी हॉस्पिटल में घटना की रात कोरोनावायरस से संक्रमित वह संदिग्ध 65 मरीजों का उपचार किया जा रहा था। रात में ऑक्सीजन की कमी होने से 5 मरीजों ने दम तोड़ दिया। इस घटना को लेकर स्वजन का आक्रोश शुक्रवार सुबह भी देखा गया। समाचार लिखे जाने तक अस्पताल के बाहर आक्रोशित स्वजन की भीड़ हंगामा करती रही जिन्हें समझाइश देने के लिए प्रशासन और पुलिस के अधिकारी जद्दोजहद करते रहे।
सभी अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी: इंदौर से 30 टन लिक्विड ऑक्सीजन की आपूर्ति पर रोक लगने के बाद जिले में लगभग सभी अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी हो गई है। हालात यह है कि ऑक्सीजन प्लांट संचालक अस्पताल संचालकों को गुरु नाम अर्जुन को बरगद और पीपल के पेड़ के नीचे बैठाने की सलाह दे रहे हैं।
मिली जानकारी केे अनुसार मृतकोंं मेें अमित कुमार शर्मा, गोमती रॉय, आनंद शर्मा, छिंदवाड़ा, देवेंद्र कुमार, विमला तिवारी शामिल हैं।
गाड़ी पंचर हो गई थी इसलिए नहीं मिल पाई ऑक्सीजन: जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रत्नेश कुरारिया ने बताया कि गैलेक्सी हॉस्पिटल में ऑक्सीजन न मिलने के कारण कोरोना से संक्रमित 3 मरीजों की मौत का पता चला है। जिसके बाद गैलेक्सी अस्पताल में नए मरीजों की भर्ती पर रोक लगा दी गई है। अस्पताल प्रबंधन को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि कोविड-19 मरीजों को भर्ती न करें, ऐसा करने पर अस्पताल का पंजीयन रद्द कर दिया जाएगा। डॉक्टर कुरारिया ने बताया कि अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि जो गाड़ी ऑक्सीजन सिलेंडर लेकर चली थी, वह रास्ते में पंचर हो गई, इसलिए समय पर ऑक्सीजन सिलेंडर अस्पताल नहीं पहुंच पाए जो मरीजों की मौत का कारण बनी। डॉक्टर कुरारिया ने बताया कि मामले की जांच के लिए टीम का गठन कर दिया गया है। टीम को निर्देश दिए गए हैं कि जल्द से जल्द रिपोर्ट सौंपी जाए। यदि ऑक्सीजन आपूर्ति बाधित होने व अन्य तरह की लापरवाही से मरीजों की मौत का पता चलता है तो गैलेक्सी अस्पताल का पंजीयन रद्द कर दिया जाएगा। मृतकों के स्वजन धरने पर बैठ गए हैं।