इंदौर
एयरपोर्ट के पास मेट्रो का अंडरग्राउंड स्टेशन बनना है। ऐसे में एयरपोर्ट टर्मिनल बिल्डिंग से मेट्रो के स्टेशन तक 200 मीटर हिस्सें में यात्रियों की सुविधा के लिए अंडरग्राउड पैसेज बनाया जाएगा।
ऐसे में टर्मिनल बिल्डिंग की कैनोपी वाले हिस्से में जमीन के करीब 15 मीटर नीचे इस अंडर ग्राउंड पैसेज में जाने का प्रवेश व निकासी गेट बनाया जाएगा। इस संबंध में मेट्रो कंपनी के अधिकारियों की दिल्ली में एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के अधिकारियों के साथ चर्चा में सहमति बनी। अंडर ग्राउंड पैसेज में स्वचलित ट्रेवलेटर लगाया जाएगा।
ट्रेवलेटर से पहुंच सकेंगे मेट्रो स्टेशन तक
ऐसे में भविष्य में एयरपोर्ट से उतरने वाले यात्री मेट्रो स्टेशन तक ट्रेवलेटर पर खड़े हो मेट्रो स्टेशन तक पहुंच सकेंगे। गौरतलब है कि पहले एयरपोर्ट प्रबंधन द्वारा बाउंड्रीवाल के पास तक ही मेट्रो का प्रवेश व निकासी गेट बनाने पर सहमति दी गई थी। मेट्रो प्रबंधन चाहता था कि टर्मिनल बिल्डिंग के अंदर तक मेट्रो के अंडर ग्राउंड पैसेज से प्रवेश व निकासी की व्यवस्था की जाए।
इस पर एयरपोर्ट प्रबंधन सहमत नहीं हुआ। इसके बाद एयरपोर्ट टर्मिनल इमारत के प्रवेश व निकासी के गेट के बाहर वाले हिस्से में टर्मिनल के सामने प्रवेश व निकासी गेट बनाने पर सहमति बनी। अंडर ग्राउंड पैसेज टर्मिनल इमारत के सामने पिक एंड ड्राप लेन के लिए नीचे से जाएगी।
दो हिस्सो में तैयार करने की योजना
ऐसे में मेट्रो प्रबंधन द्वारा अंडर ग्राउंड हिस्सों को दो हिस्सों में तैयार करने की योजना बनाई जा रही है। एयरपोर्ट से रीगल तक प्रस्तावित हिस्सा एक एजेंसी को देकर काम शुरू करवाया जाएगा। मेट्रों के अंडर ग्राउंड हिस्से को रीगल से बंगाली चौराहे तक बढ़ाने पर बजट भी बढ़ रहा है। ऐसे में राशि स्वीकृत होने के बाद मेट्रो के दूसरे अंडर ग्राउंड हिस्से के लिए दूसरी एजेंसी तय की जाएगी।
गांधी नगर से एयरपोर्ट की ओर किया जा रहा निर्माण
गांधी नगर स्टेशन से एयरपोर्ट की ओर मेट्रो के ओवरहेड हिस्से के निर्माण के लिए भुजा का निर्माण किया जा रहा है। गांधी नगर नगर चौराहे से एयरपोर्ट तक मेट्रो का ढलान रहेगा और मेट्रो अंडर ग्राउंड होगी। इस वजह से मेट्रो पिलर को यहां से ढलान देने के लिए पिलर का निर्माण कार्य भी शुरू हो गया है।