मुरैना
मध्य प्रदेश के छोटे से शहर मुरैना की नंदिनी अग्रवाल ने भारत का नाम रोशन करते हुए इतिहास रच डाला। नंदिनी ने दुनिया की सबसे कम उम्र की महिला चार्टर्ड अकाउंटेंट बनने का कीर्तिमान हासिल किया है, जिसे गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स ने भी मान्यता दी है। और यही नहीं, उन्होंने CA फाइनल परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक 1 (AIR 1) हासिल कर अपने अद्भुत टैलेंट और मेहनत का सबूत भी दिया।
16 साल की उम्र में शुरू किया CA का सफर
महज 16 साल की उम्र में नंदिनी ने CA बनने का सपना देखा। अपने यूनिक टैलेंट के बल पर, उन्होंने 13 साल की उम्र में 10वीं और 15 साल में 12वीं की परीक्षा पास की। इसके बाद उन्होंने CA के लिए पढ़ाई शुरू की और असाधारण सफलता हासिल की।
रचा नया रिकॉर्ड, हासिल किए 76.75% अंक
29 नवंबर 2021 को, नंदिनी ने CA फाइनल में 800 में से 614 अंक (76.75%) प्राप्त किए और AIR 1 हासिल की। यह उपलब्धि उन्होंने सिर्फ 19 साल, 8 महीने और 18 दिन की उम्र में पाई, जो किसी भी महिला के लिए सबसे कम उम्र का रिकॉर्ड है।
प्रेरणा बनी बचपन की एक खास मुलाकात
नंदिनी ने अपने स्कूल के दिनों में एक गिनीज रिकॉर्ड होल्डर से मुलाकात की थी। तभी से उन्होंने एक ऐसा रिकॉर्ड बनाने का सपना देखा जो तोड़ पाना मुश्किल हो। इसी सपने ने उन्हें CA फाइनल जैसे जैलेंजेज एग्जाम के लिए प्रेरित किया।
कम उम्र की चुनौतियां और मजबूत इरादे
इतनी कम उम्र में इंटर्नशिप पाने में उन्हें कई दिक्कतों का सामना करना पड़ा। कई कंपनियों ने उम्र को वजह बताते हुए मना किया, लेकिन नंदिनी ने हार नहीं मानी और अपनी तैयारी में जुटी रहीं।
भाई का मिला हौसला और परिवार का संबल
उनके भाई सचिन ने भी CA परीक्षा में 2021 में ऑल इंडिया 18वीं रैंक हासिल की और दोनों ने मिलकर एक-दूसरे को प्रेरित किया। नंदिनी के पिता नरेश चंद्र गुप्ता, जो एक टैक्स प्रैक्टिशनर हैं और मां डिंपल गुप्ता ने हमेशा उनके सपनों को सपोर्ट किया। नंदिनी अग्रवाल की यह उपलब्धि हर भारतीय के लिए गर्व का विषय है और युवाओं के लिए प्रेरणा कि सही मेहनत और हौसले से कोई भी ऊंचाई हासिल की जा सकती है।