दिवाली का त्योहार रोशनी के अलावा मिठाईयों का भी माना जाता है। इस दिन घर पर लोग कई तरह के पकवान और मिठाई जरूर बनाते हैं। अगर आप दिवाली के मौके पर एक जैसी मिठाई खा-खाकर बोर हो चुके हैं, तो इस बार दिवाली पर आप घर पर राजस्थानी मिठाई बालूशाही बनाए।
बालूशाही की बाहरी परत खस्ता होती है और अंदर से मुलायम, मीठा स्वाद होता है। मुंह में डालते ही यह मक्खन की तरह पिघल जाता है। अगर आपको भी इसका स्वाद चखना हैं, तो यहां बालूशाही बनाने की एक सरल रेसिपी दी गई है:
सामग्री
– मैदा (मैदा) – 2 कप
– घी (मक्खन) – 1/2 कप (मोयन के लिए)
– बेकिंग पाउडर – 1/2 चम्मच
– पानी – आवश्यकतानुसार (आटा गूंधने के लिए)
– घी या तेल – तलने के लिए
चाशनी के लिए
– चीनी – 1 कप
– पानी – 1/2 कप
– केसर या इलायची पाउडर (स्वाद के लिए)
विधि
आटा तैयार करना
सबसे पहले एक बड़े बर्तन में मैदा और बेकिंग पाउडर को अच्छे से छान लें। इसमें घी डालें और हाथों से अच्छी तरह मिलाएं ताकि आटे में घी का समान रूप से मिल जाए। घी के साथ इसे अच्छी तरह से मलें, जिससे आटा मोयन ले। अब थोड़ा-थोड़ा पानी डालकर सख्त आटा गूंध लें। ध्यान रहे कि आटा ज्यादा मुलायम न हो। आटे को 20-30 मिनट के लिए ढककर रख दें।
बालूशाही बनाना
आटे से छोटे-छोटे गोले बनाएं और बीच में हल्का सा दबा दें ताकि यह बालूशाही के आकार का हो जाए। कड़ाही में घी या तेल गरम करें। जब घी हल्का गरम हो जाए (ज्यादा गरम न हो), तो इसमें बालूशाही डालें और धीमी आंच पर तलें। बालूशाही को धीमी आंच पर तलने से यह अंदर से अच्छे से पक जाएगी और बाहर से खस्ता रहेगी। बालूशाही को तब तक तलें जब तक यह गोल्डन ब्राउन न हो जाए। इसके बाद इन्हें बाहर निकालकर किचन पेपर पर रख दें ताकि अतिरिक्त घी निकल जाए।
चाशनी तैयार करना
एक पैन में चीनी और पानी डालकर धीमी आंच पर चाशनी बनाएं। इसे तब तक पकाएं जब तक एक तार की चाशनी न बन जाए। चाशनी में केसर या इलायची पाउडर डालकर उसे खुशबूदार बनाएं।
बालूशाही को चाशनी में डुबाएं
तली हुई बालूशाही को तैयार चाशनी में डालें और लगभग 5-7 मिनट तक छोड़ दें ताकि बालूशाही चाशनी को अच्छे से सोख ले। बालूशाही को बाहर निकालकर एक थाली में रखें और ठंडा होने दें।
तैयार है स्वादिष्ट बालूशाही
बालूशाही को सूखने के बाद सर्व करें। इसे आप पिस्ता या बादाम के टुकड़ों से सजा सकते हैं। यह मिठाई कई दिनों तक ताजी रहती है, इसलिए इसे स्टोर करके भी रखा जा सकता है।