Corona in Police Force:digi desk/BHN/ इंदौर/छत्रीपुरा थाना के एएसआइ राजेंद्र मरमट की बुधवार सुबह अरबिंदो अस्पताल में मौत हो गई। एसआइ पिछले कुछ दिनों से कोरोना से लड़ रहे थे। कोरोना की दूसरी लहर में पुलिस विभाग में यह तीसरी मौत है। घटना से मातहतों में गुस्सा है और इंटरनेट मीडिया पर वरिष्ठ अफसरों को आड़े हाथों ले रहे हैं। उन्होंने अनदेखी और लापरवाही का भी आरोप लगाया है। एएसआइ राजेंद्र मरमट की पत्नी और बेटे भी संक्रमित हो चुके हैं और उनका भी इलाज चल रहा है।
टीआइ पवन सिंघल के मुताबिक एएसआइ मरमट को छह रेमडेसिविर इंजेक्शन भी लग चुके थे और उनकी हालत में सुधार भी होने लगा था, लेकिन अचानक सांस लेने में दिक्कत हुई और डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद पुलिस विभाग में शोक की लहर दौड़ गई और इंटरनेट मीडिया पर प्रतिक्रिया आने लगी। ज्यादातर सिपाही, एसआइ और टीआइ अफसरों को ही दोष दे रहे हैं। उनका आरोप है कि पुलिसकर्मियों का न तो ठीक से इलाज हो रहा है न अफसर ध्यान दे रहे हैं। लगातार अभियान और आंकड़ों का दबाव बनाया और स्टाफ संक्रमित होता गया। इस दौर में करीब 200 पुलिसकर्मी और उनके परिजन संक्रमित है।
टीआइ और सीएसपी भी संक्रमित
पश्चिम और पूर्वी क्षेत्र में तीन सीएसपी संक्रमित है। एएसपी और सीएसपी स्तर के अफसरों के परिजन अस्पताल में भर्ती है। दो दिन के भीतर छह टीआइ संक्रमित हो चुके हैं। एक टीआइ को भी शहर के बड़े अस्पताल में भर्ती होना पड़ा। नाराज पुलिसकर्मियों का आरोप है कि अब कोई हाल-चाल जानने भी नहीं आता। पिछले वर्ष तो अफसर साथ बैठ कर खाना खाते थे। खबर मिलते ही अस्पताल में भर्ती करने से लेकर इलाज की व्यवस्था हो जाती थी।
इलाज की पूरी व्यवस्था
एएसपी गुरुप्रसाद पाराशर के मुताबिक पुलिसकर्मियों के स्वास्थ्य की पूरी चिंता है। अफसर लगातार निगरानी कर रहे हैं। अभी तक ऐसा कोई केस नहीं आया कि जिसमें किसी मुलजिम को पकड़ने के दौरान पुलिसकर्मी संक्रमित हुआ हो।