Sunday , November 24 2024
Breaking News

MP: रतलाम के महालक्ष्मी मंदिर में नोटों से सजावट शुरू, 28 अक्‍टूबर तक ली जाएगी सामग्री

  1. दीपोत्सव में भक्तों के वैभव से दमकेगा मंदिर
  2. विशेष शृंगार से मिली है प्रदेश भर में ख्याति
  3. अब धन तेरस पर खोले जाएंगे मंदिर के पट

रतलाम। शहर के माणकचौक स्थित प्रसिद्ध महालक्ष्मी मंदिर में भक्तों द्वारा सजावट के लिए दिए जाने वाले जेवर, सिक्के, मोती, चांदी-सोना आदि से विशेष शृंगार की तैयारी हो गई है। मंदिर में सजावट के लिए बुधवार को झाबुआ जिले के पेटलावद से दो श्रृद्धालुओं ने 50, 20 व 10 रुपये के नोट दिए। 17 से 28 अक्टूबर तक सामग्री ली जाएगी। बुधवार रात से ही नोटों से सजावट शुरू कर दी गई।

सजावट होने के बाद पांच दिवसीय दीपोत्सव के पहले दिन धनतेरस पर ब्रह्म मुहूर्त में मंदिर के पट खोले जाएंगे।

दीपोत्सव में नोट, सोने-चांदी के जेवर, हीरे-मोती आदि से होने वाली सजावट को लेकर मंदिर में दर्शन के लिए देशभर से श्रृद्धालु आते हैं। धनतेरस से शुरू हुए विशेष शृंगार के दर्शन भाई दूज तक लगातार किए जा सकेंगे। इसके बाद श्रद्धालुओं को सामग्री वापस देना शुरू की जाएगी।

रतलाम के अलावा बांसवाड़ा, दाहोद, पीथमपुर सहित अन्य जिलों से भी भक्त सामग्री देने रतलाम आते हैं। दी जाने वाली सामग्री को रजिस्टर में दर्ज कर श्रद्धालु को टोकन दिया जाता है, इसी टोकन से सामग्री वापस मिल जाती है। इस बार भी यही व्यवस्था रहेगी।

17 से 28 तक ली जाएगी सामग्री

  • पांच दिवसीय दीपोत्सव के दौरान सुरक्षा के लिए मंदिर समिति व पुलिस प्रशासन भी सभी जरूरी इंतजाम करता है। अतिरिक्त पुलिस बल लगाया जाता है।
  • मंदिर में लगे सीसीटीवी कैमरे का डिस्पले पास में स्थित माणकचौक थाने पर रहता है। वहां से भी निगरानी होती है।
  • मंदिर के संजय पुजारी ने बताया कि 17 से 28 अक्टूबर तक सामग्री ली जाएगी। भाई दूज के बाद रजिस्टर में दर्ज फोटो, टोकन आदि के आधार पर ही सामग्री वापस की जाएगी।

महालक्ष्मी मंदिर में विशेष शृंगार पर नजर

  • सामग्री: सोने-चांदी के नोट, चांदी की सिल्लियां, पांच से लेकर 500 रुपये तक के नोट, श्रीयंत्र, कछुआ, तिजोरी आदि।
  • सामग्री देने वाले औसतन श्रद्धालु-करीब 3000
  • मान्यता : शृंगार सामग्री वापस लेने के बाद घर की तिजोरी, पूजन स्थान पर रखने से सालभर सुख-समृद्धि बनी रहती है।
  • व्यवस्था : धनतेरस से विशेष दर्शन शुरू होते हैं। दर्शन व्यवस्था में भी भक्त सहयोग करते हैं।
  • सुरक्षा : दीपोत्सव में मंदिर में विशेष पुलिस बल के साथ ही सीसीटीवी कैमरों से भी निगरानी की जाती है।

About rishi pandit

Check Also

पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने अपने बयान में चुनावी प्रक्रिया को ‘महायज्ञ’ करार देते हुए हिंदू समाज को एकजुट होने की अपील

छतरपुर बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री शनिवार को अपने एक बयान में …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *