Coronavirus in MP:digi desk/BHN/भोपाल/ मध्य प्रदेश में कोरोना का संक्रमण बेकाबू हो चुका है। प्रदेश में सोमवार को सभी जिलों में मिलाकर 3722 मरीज मिले हैं। 18 मरीजों की मौत भी हुई है। 33493 सैंपल की जांच में इतने मरीज मिले हैं। इस तरह संक्रमण दर 11 फीसद रही। करीब 1 महीने में रोजाना की संक्रमण दर 3 फीसद से लगातार बढ़कर 11 फीसद पर पहुंच गई है। इसका मतलब यह है कि 100 सैंपल की जांच की जा रही है तो उनमें 11 पॉजिटिव मिल रहे हैं। मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमण के हालात बेहद गंभीर हैं। कोरोना गाइडलाइन का पालन नहीं करने से यह स्थिति बनी है। कोरोना से बचाव के लिए लगने वाले टीकों की संख्या में कमी नहीं है, लेकिन लोगों का अपेक्षित सहयोग अभी भी नहीं मिल रहा है। लोगों को जागरूक करने के लिए राज्य सरकार ने कोरोना की स्थिति को लेकर आंकड़े जारी किए हैं। इनके मुताबिक, प्रदेश कोरोना संक्रमण के मामले में देश में सातवें स्थान पर है। यह तथ्य अपर मुख्य सचिव, स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान और अपर मुख्य सचिव, गृह डॉ. राजेश राजौरा ने मीडिया के सामने रखे। मोहम्मद सुलेमान ने बताया कि महाराष्ट्र सबसे ज्यादा संक्रमित हैं। मध्य प्रदेश को अतिरिक्त सतर्कता बरतने की आवश्यकता है।
ज्यादा फीस ली तो अस्पतालों पर होगी कार्रवाई
कोरोना के इलाज में यदि कोई भी निजी अस्पताल तय दरों से अधिक राशि वसूलता है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। जो दर शासन ने तय की है, उसका सभी को पालन करना होगा। बड़े शहरों के साथ-साथ तहसील और विकासखंड स्तर पर भी बिस्तर की पर्याप्त व्यवस्था की जाए। इसमें शासकीय के साथ-साथ निजी अस्पतालों का सहयोग भी लिया जाए। यह निर्देश मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को मंत्रालय में कोरोना संक्रमण की स्थिति की वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा के दौरान अधिकारियों को दिए।
इस दौरान उन्होंने ग्वालियर, इंदौर, जबलपुर मेडिकल कॉलेज के डीन के अलावा इंदौर के श्री अरबिंदो मेडिकल कॉलेज, एलएन मेडिकल और पीपुल्स मेडिकल कॉलेज भोपाल के चिकित्सकों से बात की। सीएम ने मंगलवार को कैबिनेट की बैठक भी बुलाई है, इसमें कोरोना से उपजे आपात हालात पर विचार किया जाएगा।
जांच बढ़ाएं और होम आइसोलेशन को प्रोत्साहित करें
बैठक में जिला अधिकारियों को जांच बढ़ाने के लिए कहा गया। साथ ही होम आइसोलेशन को प्रोत्साहित किया जाए। जो संक्रमण से गंभीर रूप से प्रभावित व्यक्ति हैं, उन्हें ही अस्पतालों में भर्ती करें। मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से कहा कि इसको लेकर एडमिशन प्रोटोकॉल विकसित करके पूरे प्रदेश में लागू किया जाए।
विवाह में मेहमान कितने और कहां से आ रहे हैं, जानकारी रखें
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि विवाह के आयोजनों में सतर्कता रखी जाना जरूरी है। बिना अनुमति आयोजन न हों और मेहमानों की संख्या सीमित ही रहे। कितने लोग कहां-कहां से आ रहे हैं, इसकी जानकारी अनिवार्य रूप से ली जाए।
संक्रमण में भोपाल व इंदौर का पॉजिटिविटी रेट सबसे अधिक
बैठक में बताया गया कि मध्य प्रदेश कोरोना संक्रमण में देश में सातवें नंबर पर है। पिछले सात दिन में भोपाल का पॉजिटिविटी रेट सर्वाधिक 19 फीसद है। जबकि, इंदौर का औसत पॉजिटिविटी रेट 15, जबलपुर का 11, ग्वालियर का आठ और उज्जैन का नौ प्रतिशत है। वहीं, बड़वानी का 16, खरगोन और रतलाम का 15-15, बैतूल का 13 और छिंदवाड़ा का सात प्रतिशत रहा है। नए प्रकरणों की संख्या इंदौर में 788, भोपाल 549, जबलपुर में 236, ग्वालियर में 146, उज्जैन में 98, रतलाम में 85, खरगोन में 75, बड़वानी में 73, कटनी में 65, छिंदवाड़ा में 62, बैतूल और नरसिंहपुर में 61-61, सिवनी में 56 और शाजापुर में 51 रही है। प्रदेश के 23 जिलों में प्रकरणों की संख्या 50 से 20 के बीच और 15 जिलों में यह संख्या 20 से कम है।