Farmer Suicide:digi desk/BHN/बिलासपुर/तखतपुर क्षेत्र के ग्राम राजाकापा में किसान छोटूराम केंवट द्वारा आत्महत्या के मामले में कलेक्टर सारांश मित्तर के निर्देश पर कोटा एसडीएम आनंदरूप तिवारी ने पटवारी उत्तम प्रधान को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। घटना के बाद से गांव में तनाव का माहौल है। किसान ने आत्महत्या से पूर्व सुसाइड नोट भी छोड़ा है। घटना के बाद से पुलिस सक्रिय हो गई है। वहीं पूरे मामले की जांच की जा रही है। सुसाइड नोट के आधार पर आगे की कार्रवाई जारी है।
सुसाइड नोट में किसान ने पटवारी पर पैसे लेकर काम नहीं करने का गंभीर आरोप भी लगाया है। बताते चलें कि राजाकापा निवासी छोटूराम केंवट किसान हैं। उन्होंने अपनी जमीन को बेचने का सौदा किया था। 31 मार्च को रजिस्ट्री होना था। जमीन की पर्ची नही होने पर जमीन की रजिस्ट्री नही हो पाई। इससे वे परेशान थे। शुक्रवार की सुबह छह बजे उन्होंने घर के पीछे पेड़ में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पत्नी जब चाय देने कमरे में आई तो देखा कि पति को कमरे में नही है।
बाहर बाड़ी की ओर गईं तो छोटू का शव फंदे पर लटक रहा था। तत्काल आसपास के लोगों को इसकी जानकारी दी। इसके बाद घटना की जानकारी पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने सुसाइड नोट जब्त किया है। इसमें पर्ची नही बनने से परेशान होकर फांसी की बात लिखी है। साथ ही अपने बेटे को बहन का ख्याल रखने कहा है। पुलिस ने सुसाइड नोट जब्त कर लिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। बताया गया कि किसान छोटू की राजाकापा में 70 डिसमिल जमीन है। वहीं, बहुरता में भी उसकी जमीन है। वह राजाकापा की जमीन को बेचकर बहुरता में जमीन खरीदना चाहता था।
उसने अपनी जमीन का सौदा भी कर लिया था। जमीन की पर्ची गुमने पर उसने नया पर्ची बनाने के लिए पटवारी से संपर्क किया था। समय पर पर्ची नहीं बनने से वह अपनी जमीन बेच नहीं पाया। इधर पटवारी का कहना था कि करीब एक सप्ताह पहले किसान उनके पास आया था। उसने नया पर्ची बनाने के लिए कहा। इस पर न्यायालयीन प्रक्रिया की जानकारी देकर उसे तहसील कार्यालय में आवेदन लगाने कहा गया था। इसके बाद भी वह नया पर्ची बनाने के लिए कह रहा था। तहसील न्यायालय से आदेश नहीं मिलने पर उसकी पर्ची नहीं बन पाई।