रतलाम/रतलाम जिले में दो दिन पहले हुई सांड की लड़ाई का खामियाजा एक व्यक्ति को अपनी जान देकर चुकाना पड़ा। दो दिन सांड की लड़ाई में घायल बुजुर्ग ने इलाज के दौरान बुधवार सुबह दम तोड़ दिया। घटना से आक्रोशित परिजनों व क्षेत्रवासियों रविदास चौक पर शव रख नगर निगम के खिलाफ अपना आक्रोश व्यक्त किया। क्षेत्रवासियों ने अवैध तबेले हटाने की मांग की। महापौर और अधिकारियों के आश्वासन बाद मामला शांत हुआ और परिजन शव लेकर मुक्तिधाम के लिए रवाना हुए।
रतलाम के तेजाजीनगर निवासी मोहनबाई पति ज्ञान सिंह गुगलिया उम्र 75 वर्ष तथा उनका बेटा राजेश उम्र 55 वर्ष दोनों रविवार को घर के बाहर बैठे थे। इसी दौरान अचानक सांड लड़ते हुए आए और मां बेटे पर हमला कर दिया, जिससे दोनों मां-बेटे घायल हो गए। जिन्हें परिजन तुरंत अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां से मां को प्राथमिक उपचार के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया। वहीं, बेटे राजेश को अंदरूनी चोट लगने की वजह से जिला चिकित्सालय में भर्ती कर लिया गया था, जहां राजेश का इलाज जारी था। बुधवार सुबह छह बजे राजेश की मौत हो गई। उसके बाद अक्रोशित परिजनों और क्षेत्रवासियों ने रविदास चौक पर शव रखकर प्रदर्शन करते हुए नगर निगम के खिलाफ आक्रोश व्यक्त किया।
सूचना मिलने पर एसडीएम अनिल भाना, नगर निगम कमिश्नर हिमांशु भट्ट सहित पुलिस बल मौके पर पहुंचा और आक्रोशित लोगों से चर्चा की। इस दौरान क्षेत्रवासियों और एसडीएम अनिल भाना के बीच बहस भी हुई। लोगों ने एसडीएम पर गाली-गलौज का भी आरोप लगाया। घटना की गंभीरता को देखते हुए महापौर प्रहलाद पटेल भी पहुंचे। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने महापौर और निगम अफसरों को चूड़ियां दिखाईं। महापौर प्रहलाद पटेल ने परिजनों और रहवासियों से वादा किया है कि अवैध तबेलों पर कार्रवाई की जाएगी, जिसके बाद परिजन और क्षेत्रवासी माने और शव लेकर मुक्तिधाम के लिए रवाना हुए।
मृतक की बहन कविता ने बताया कि राजेश फेरी लगाकर परिवार का भरण-पोषण करता था। उसकी शादी भी नहीं हुई थी। भाई दो दिनों तक अस्पताल में भर्ती रहा। किसी अधिकारी ने आकर सुध नहीं ली। नगर निगम कमिश्नर हिमांशु भट्ट ने कहा कि किसी का भी पालतू पशु शहर की सड़कों पर विचरण करते हुए पाया जाएगा, तो उसे पकड़ लिया जाएगा। जिनके पास तबेले नहीं हैं, उनके खिलाफ न सिर्फ कार्रवाई की जाएगी, बल्कि प्रकरण दर्ज करवाएंगे।