Lakshmi jaysnti is on 28 march:digi desk/BHN/सनातन धर्म में मां लक्ष्मी को नौ देवियों में एक प्रमुख देवी माना गया है। पौराणिक कथाओं में भी बताया गया है कि कैसे समुद्र मंथन के दौरान महालक्ष्मी फाल्गुन पूर्णिमा पर अवतरित हुईं थीं। यही कारण है कि माता लक्ष्मी जयंती फाल्गुन पूर्णिमा को मनाई जाती है। लक्ष्मी जयंती के दिन को काफी शुभ माना जाता है, इस दिन किसी भी काम का शुभारंभ किया जा सकता है। लक्ष्मी जयंती के दिन मां लक्ष्मी की पूजा पूरे विधि विधान से की जाती है। पुराणों के अनुसार राक्षस और देवताओं के बीच जब समुद्र मंथन हो रहा था तब मां लक्ष्मी का उद्भव हुआ था। लक्ष्मी जयंती के दिन मां लक्ष्मी के 1008 नामों का उच्चारण करना और श्री सुक्तम का पाठ करना बहुत शुभ और फलदायक माना जाता है। भक्तगण महालक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए इस दिन शहद में कमल के फूल को डुबोकर आहुति देते हैं।
लक्ष्मी जयंती पर पूजा का शुभ मुहूर्त
- लक्ष्मी जयंती 2021 तिथि: – 28 मार्च 2021, रविवार
- पूर्णिमा तिथि प्रारंभ: – 28 मार्च 2021 (सुबह 03:27 से लेकर)
- पूर्णिमा तिथि समाप्त: – 29 मार्च 2021 (सुबह 12:17 तक)
लक्ष्मी जयंती पर पूजा का महत्व
लक्ष्मी जयंती पर माता लक्ष्मी को खुश करने के लिए पूरे विधि विधान से पूजा अर्चना करना चाहिए। इस दिन यदि कोई भक्त मां लक्ष्मी को प्रसन्न करता है उस पर मां लक्ष्मी अपनी कृपा बरसाती हैं और उसे जीवन में किसी भी आर्थिक संकट के दौर से नहीं गुजरना पड़ता है। यदि जातक सही विधि-विधान से और पूरी श्रद्धा के साथ पूजा करता है तो घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है। इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है। इस दिन सुबह जल्दी स्नान करने के बाद स्वच्छ वस्त्रों को धारण करने के बाद माता लक्ष्मी की पूजा करना चाहिए और देवी पाठ करना भी शुभदायी होता है।