- ससुरालियों पर दहेज हत्या और शव छिपाने का केस
- पति के खिलाफ नशे का सामान बेचने का मामला
- पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है
फिरोजाबाद। फिरोजाबाद की निवासी एससी महिला का शव सूटकेस में बंद नहर में मिला। 18 अगस्त को ससुराल वालों ने उसके शव को फेंक दिया था, जिससे पुलिस ने 21 अगस्त को बरामद किया। इटावा पुलिस तीन दिन तक शव की पहचान नहीं कर पाई, तो उसका अंतिम संस्कार कर दिया। मंगलवार को परिजनों ने महिला के कपड़ों से उसकी पहचान की।
मामला रसूलपुर के मुहल्ला गुरुदेव का है। 23 वर्षीय रौनक की शादी प्रशांत गुप्ता उर्फ जैकी से हुई थी। रौनक ने 18 अगस्त को घर में फांसी लगा दी थी। जैकी ने दरवाजा खोलने की कोशिश की, लेकिन वो नहीं खुला। उसने बढ़ई को बुलाकर दरवाजा तोड़ दिया।
उसने देखा कि रौनक का शव फंदे में लटका हुआ था। जैकी ने परिजनों के साथ मिलकर उसके शव को सूटकेस में रखा। उसके बाद भूड़ा नहर में जाकर फेंक दिया। ससुराल वालों ने पुलिस से बचने के लिए रौनक की गुमशुदगी दर्ज करा दी।
महिला के पिता प्रमोद कुमार निवासी भीम नगर को इस बात की जानकारी लगी, तो उन्होंने ससुराल वालों पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने ससुर महीपाल, ननद कंचन, नैनसी, सास शशि, देवर सनी व पति जैकी के खिलाफ दहेज हत्या व शव को छिपाने का मामला दर्ज कराया। पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन नैनसी अभी फरार है।
रौनक ने का कर दिया था अंतरजातीय विवाह
रौनक का परिवार बहुत गरीब है। पिता की नौ बेटियां हैं, इसलिए उसने बिना जांच कर रौनक की शादी जैकी से कर दी। जैकी नशे का सामान बेचता है। उसके खिलाफ कई मामले दर्ज हैं। रौनक से पहले जैकी की दो पत्नियां थी, जो उसको छोड़कर चली गई थीं। रौनकी उसकी तीसरी पत्नी थी।
पुलिस ने कराया शव का अंतिम संस्कार
रसूलपुर इंस्पेक्टर प्रमोद पवार ने बताया कि 21 अगस्त को इटावा के वेदपुरा क्षेत्र में नहर में एक सूटकेस मिला था, जिसमें रौनक का शव था। 72 घंटे तक उसकी पहचान नहीं हो पाई थी, तो उसका अंतिम संस्कार कर दिया। उसके बाद पिता व अन्य लोगों ने वेदपुरा थाने में आकर कपड़े और अन्य सामान से उसकी पहचान की।