government removes mumbai police commissioner:digi desk/BHN/ महाराष्ट्र से बड़ी खबर है। आखिरकार राज्य सरकार को मुंबई पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह को हटाना ही पड़ा। परमबीर सिंह को उनके पद से हटाकर महानिदेशक होमगार्ड की जिम्मेदारी सौंप दी गई है। यह पद कम महत्व का माना जाता है। अब तक राज्य के पुलिस महानिदेशक की जिम्मेदारी संभाल रहे हेमंत नगराले को मुंबई का पुलिस आयुक्त बनाया गया है। समझा जा रहा है कि सरकार को किरकिरी से बचाने के लिए भाजपा के दबाव में परमबीर को हटाने का फैसला किया गया। शनिवार देर रात केंद्रीय जांच एजेंसी एनआइए द्वारा सचिन वझे की गिरफ्तारी से सरकार पर काफी दबाव बढ़ गया था। वझे के खिलाफ एनआइए को एक के बाद एक सुबूत मिल रहे थे। वझे की गिरफ्तारी के बाद यह बात खुली कि अंटीलिया मामले में चर्चा में आई इनोवा कार लगातार मुंबई पुलिस मुख्यालय में ही स्थित क्राइम इंटेलीजेंस यूनिट (सीआइयू) के बाहर ही खड़ी रही। एपीआई सचिन वझे ही इस कार का उपयोग करता रहा। वह सीधे पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह को ही रिपोर्ट करता था। सरकार पर दबाव बढ़ते देख रविवार को ही राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मिलकर इस मामले को ठीक से हैंडल न किए जाने को लेकर नाराजगी जताई और नसीहत दी कि इस मामले में किसी को बचाने का प्रयास न किया जाए। पवार की उद्धव ठाकरे से मुलाकात के बाद भी बैठकों का सिलसिला रुका नहीं।
मंगलवार देर रात परमबीर की उद्धव ठाकरे से हुई मुलाकात में उन्हें पद पर बने रहने के संकेत दिए गए थे। लेकिन बुधवार दोपहर सह्याद्रि गेस्ट हाउस में हुई महाविकास अघाड़ी के प्रमुख नेताओं की बैठक के बाद सरकार को अपना निर्णय बदलना पड़ा। इस सरकार के सूत्रधार समझे जानेवाले शरद पवार मंगलवार को दिल्ली में प्रेस कांफ्रेंस कर यह संकेत दे चुके थे कि अपने पद का दुरुपयोग करनेवाले अधिकारी को उसकी सही जगह दिखाने में वह एनआइए का साथ देने के पक्ष में हैं। इसलिए शाम होते-होते अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह विभाग) जैसे ही गृहमंत्री अनिल देशमुख से मिलने उनके सरकारी आवास पहुंचे, उसके कुछ देर बाद ही गृहमंत्री ने ट्वीट कर परमबीर सिंह के तबादले की जानकारी सार्वजनिक कर दी।