- भगवान महाकाल ने 4 रूपों में दिए भक्तों को दर्शन
- 5 मंत्रियों ने महाकाल का पूजन कर सवारी रवाना की
- 2 लाख से ज्यादा भक्तों ने महाकाल के दर्शन किए
उज्जैन। विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर से सावन मास में सोमवार को भगवान महाकाल की चौथी सवारी निकली। अवंतिकानाथ चांदी की पालकी में चंद्रमौलेश्वर, हाथी पर मनमहेश, गरुड़ पर शिव तांडव और नंदी पर उमा महेश रूप में सवार होकर भक्तों को दर्शन देने निकले। महाकालेश्वर मंदिर से शाम 4 बजे शाही ठाठ बाट के साथ की शुरुआत हुई। सवारी में सीधी के कलाकार घसिया बाजा नृत्य की प्रस्तुति देते निकले।
इन मंत्रियों ने किया पूजन
इससे पूर्व मंदिर के सभा मंडप में मध्य प्रदेश शासन के वन मंत्री रामनिवास रावत, महिला एवं बालविकास मंत्री निर्मला भूरिया, पशुपालन मंत्री लखन पटेल, कुटीर एवं ग्रामोद्योग मंत्री दिलीप जैसवाल, पिछड़ा वर्ग मंत्री कृष्णा गौर तथा पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भगवान महाकाल के चंद्रमौलेश्वर का पूजन कर पालकी को नगर भ्रमण के लिए रवाना किया। परंपरागत मार्गों से होते हुए सवारी शाम 5 बजे शिप्रा तट पहुंची। यहां पुजारियों ने शिप्रा जल से भगवान महाकाल का अभिषेक कर पूजा अर्चना की। पूजन पश्चात सवारी निर्धारित मार्गों से होकर सवारी शाम 7 बजे पुन: मंदिर पहुंची।
सवारी में यह खास
- 5 किलोमीटर लंबा सवारी मार्ग
- 4 रूपों में दर्शन दिए भगवान महाकाल ने
- 5 मंत्रियों ने किया भगवान का पूजन
- 2 लाख भक्तों ने किए दर्शन
- 3 घंटे तक छाया रहा भक्ति का उल्लास