स्टेट टाइगर स्ट्राइक फोर्स के द्वारा छतरपुर जिले में दबिश देकर तस्कर से जप्त की गई तेंदुए और चीतल की खाल।
तस्कर गिरोह के पन्ना निवासी सरगना एवं कोंग्रेस नेता से पूंछतांछ के आधार पर की गई कार्रवाई
पन्ना, भास्कर हिंदी न्यूज़। पन्ना जिले के सामान्य वन मण्डलों एवं पन्ना टाइगर रिजर्व अंतर्गत तेन्दुओं-बाघों की अत्यंत ही संदेहास्पद परिस्थितयों में मौत होने और इनके शिकार की बेहद चिंताजनक घटनाओं के बीच गत दिवस स्टेट टाइगर स्ट्राइक फोर्स भोपाल तथा वन्यजीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो जबलपुर ने बीते दिनों संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए मध्य प्रदेश के बुन्देलखण्ड अंचल में लंबे समय से चल रहे वन्य जीवों के शिकार एवं उनके अंगों की तस्करी के अवैध कारोबार का बड़ा खुलासा कर सबको चौंका दिया है। गुप्त सूचना के आधार पर इन एजेंसियों ने जबलपुर में योजनाबद्ध तरीके से कार्यवाही करते हुये दिनांक 17 सितंबर को होटल दत्त रेसीडेन्सी के पास से 3 युवकों को गिरफ्तार कर उनके पास से वन्यप्राणी तेन्दुए व चीतल की एक-एक नग खाल और एक चार पहिया वाहन की जप्ती की गई।
इस मामले में एसटीएसएफ ने किसान कोंग्रेस प्रदेश महामंत्री जीतेन्द्र उर्फ़ जीतू तिवारी निवासी ग्राम बृजपुर जिला पन्ना, ओमप्रकाश सेन पिता प्रकाशचन्द्र सेन निवासी ग्राम सुनहरा जिला पन्ना एवं उमेश पटेल पिता रामनारायण पटेल निवासी छतरपुर को भी गिरफ्तार किया था। इनके विरुद्ध दर्ज प्रकरण की अग्रिम विवेचना करते हुये टाइगर स्ट्राइक फोर्स ने गिरोह के सरगना एवं कोंग्रेस नेता जीतेन्द्र उर्फ़ जीतू तिवारी को पांच दिन की फॅारेस्ट रिमांड लेकर उससे कड़ी पूंछतांछ की गई। जीतू से मिले कई अहम सुराग के आधार पर गत दिवस एसटीएसएफ ने पन्ना एवं पड़ोसी छतरपुर जिलों में कई जगह दबिश दी तथा छतरपुर जिले से वन्य प्राणियों की अन्य दो खाल जप्त कीे है।
इनमें वन्यप्राणी तेंदुआ और चीतल की एक-एक नग खाल शामिल है। इस तरह पांच दिन के अंदर जबलपुर एवं छतरपुर में अलग-अलग कार्रवाई को अंजाम देते हुए तेन्दुए एवं चीतल की क्रमश: 2-2 नग खालें जप्त की जा चुकीं हैं। यह गिरोह फर्जी सर्टिफिकेट बनाकर खालों को बेंचने का अवैध कारोबार कई दिनों से कर रहा था। इनके पास से वन अभ्यारण खजुराहो की सील लगा हुआ फर्जी सर्टिफिकेट भी जप्त किया गया है। प्रथम दृष्टया इसमें एक संगठित गिरोह के शामिल होने के साक्ष्य मिले है, जिस दिशा में विवेचना जारी है।