नई दिल्ली
लोकसभा में आम बजट पर चर्चा के दौरान समाजवादी पार्टी की ओर से फैजाबाद के सांसद अवधेश प्रसाद ने कहा कि इस बजट में अयोध्या को नजरअंदाज किया गया है। वह जिस फैजाबाद सीट से आते हैं, उसके तहत ही अयोध्या भी आती है। इसी के चलते उन्हें अयोध्या वाली सीट का सांसद भी कहा जाता है। अवधेश प्रसाद ने सदन में कहा, 'मैं मर्यादा पुरुषोत्तम रामचंद्र की धरती से आया हूं। अशफाकुल्ला खां की धरती से आया हूँ। मैंने वित्त मंत्री के बजट को कई बार देखा और दूरबीन लगाकर देखा, लेकिन उसमें अयोध्या का नाम नहीं है। वह भगवान श्री राम की अयोध्या है, लेकिन भाजपा ने उसके नाम पर राजनीति की है और व्यापार किया है।'
सपा सांसद ने कहा कि भाजपा ने अयोध्या के विकास को पूरी तरह से नकारा है। इसलिए कि मैं दलित जाति का हूं और सामान्य सीट से हमारे नेता अखिलेश यादव ने टिकट दिया था। इसलिए 22 जनवरी से लेकर चुनाव होने तक देश के कोने-कोने से लोग आए। अवधेश प्रसाद को हराने के लिए आए। लेकिन भगवान राम की कृपा मेरे ऊपर थी, इसलिए उन लोगों को नकार दिया गया। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि अयोध्यावासियों को सताया गया। लोगों के मकानों को गिरा दिया गया। दो-तीन पीढ़ियों पुराने बने घरों को गिरा दिया गया। यहां तक कि तीन तो मौतें इसके कारण हो गईं।
अवधेश प्रसाद ने कहा कि अयोध्या में जमीनों के घोटाले हुए। एक जमीन तो ऐसी थी कि दो करोड़ रुपये की ली गई और दो घंटे बाद 18 करोड़ में बेच दिया गया। सांसद ने कहा कि निषादों की बस्ती को उजाड़ दिया गया और वहां दुकानें खोली गई हैं। ये दुकानें करोड़पतियों को दी गई हैं। अवधेश प्रसाद ने कहा कि 2027 के चुनाव में यूपी से भाजपा का सफाया हो जाएगा। इसके बाद 2029 में देश से भाजपा चली जाएगी। हमारे नेता ने वादा किया है कि अयोध्या को ऐसी नगरी बना देंगे कि पूरी दुनिया से लोग आएंगे। अवधेश प्रसाद ने कहा कि एक कमेटी बना दी जाए, जो जांच करे कि किसने जमीन खरीदी है। अवधेश प्रसाद ने कहा कि यह सरकार दलित विरोधी है।