इंदौर। इन दिनों क्रेडिट कार्ड बनवाने के नाम पर लोगों के साथ ठगी की घटनाएं बढ़ गई हैं। ऐसे कई मामले हैं जिनमें ठगों ने लोगों के मोबाइल हैंग कर बैंक खाते खाली कर दिए। पुलिस को भी इन्हें नहीं ढूंढ पाती है। क्राइम ब्रांच एएसपी राजेश दंडोतिया ने बताया कि लॉकडाउन के समय से ठग रुपये ऐंठने के नए-नए तरीके निकाल रहे हैं। अब वे लोगों को क्रेडिट कार्ड बनवाने के लिए फोन कर रहे हैं। उनसे व्यक्तिगत जानकारी लेकर एनी डेस्क, टीम व्यूवर, एयर मिरर जैसे मोबाइल हैंग करने वाले एप डाउनलोड करने को कहते हैं। एप डाउनलोड होते ही व्यक्ति के मोबाइल पर ठग का नियंत्रण हो जाता है। खजराना में रहने वाली जीनत खान ने बताया कि उनके खाते से करीब दो महीने पहले डेढ़ लाख रुपये निकल गए।
अज्ञात व्यक्ति ने खुद को क्रेडिट कार्ड एजेंट बताकर पेन कार्ड, आधार कार्ड, वोटर आइडी व ईमेल की जानकारी ली। फिर एक एप डाउनलोड करने को कहा। इसके बाद एप का कोड पूछा। कोड बताने के बाद उनके खाते से रुपये चले गए।
भरवाते हैं फॉर्म
मल्हारगंज के सोमू राय, जगदीश पहाड़िया और भावेश जैन ने भी शिकायतें की हैं। उनका कहना है कि ठग भरोसे में लेने के लिए क्रेडिट कार्ड का फॉर्म भरवाते हैं और निजी जानकारी दर्ज कराकर पेटीएम, पेफोन या गूगल पे एप के माध्यम से फरियादी के मोबाइल से ही अपने खाते में रुपये ट्रांसफर कर लेते हैं। इस तरह ठगों ने सोमू के 50 हजार, जगदीश के एक लाख और भावेश जैन के खाते से दो लाख रुपये निकाल लिए।