पटना
पूर्णिया से सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने 25 जून को ‘संविधान हत्या दिवस’ के रूप मनाये जाने के कदम की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि इमरजेंसी के बाद एक या दो बार नहीं, बल्कि कई बार कांग्रेस की सरकार बनी है। देश की जनता कांग्रेस को माफ कर चुकी है, लेकिन इसके बावजूद बीजेपी बेकार के मुद्दों को उठाकर लोगों को दिग्भ्रमित करना चाहती है। पप्पू यादव ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि आपातकाल के बाद इंदिरा गांधी देश की प्रधानमंत्री बनीं। कई बार कांग्रेस पार्टी सत्ता में आई और यह सब कुछ आपातकाल के बाद हुआ। देश की जनता ने सब कुछ भूलकर कांग्रेस को माफ कर दिया। लोग आगे बढ़ गए, लेकिन इतिहास में जाकर बीजेपी अब लोगों का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है, जो किसी मायने में उचित नहीं है। बीजेपी देश का विकास नहीं चाहती है। देश की स्थिति पर बात नहीं करना चाहती है। बिहार की स्थिति पर बात नहीं करना चाहती है। मौजूदा समय में बिहार की दुर्गति अपने चरम पर पहुंच चुकी है। किसानों की हालत बदहाल है, युवा बेरोजगार हैं, नीट जैसी गरिमामय परीक्षा में धांधली हो रही है। इससे छात्रों का भविष्य अधर में लटका हुआ है, लेकिन यह सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी हुई है।
उन्होंने आगे कहा, “देशभर में बिहार की जीडीपी सबसे निचले पायदान पर है। आप लोगों को विशेष राज्य के दर्जे की बात करनी चाहिए। आप बात कीजिए कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिले। लेकिन, आप लोग इस पर बात नहीं करना चाहते। आप लोगों ने बिहार को जानबूझकर पिछड़ा बनाकर रखने का मन बना लिया है। आप लोग चाहते ही नहीं हैं कि बिहार का विकास हो। ऐसी आप लोगों की मंशा ही नहीं है। आप लोगों को बिहार को विशेष पैकेज दिलाने की बात करनी चाहिए थी, लेकिन अफसोस आप लोग ऐसा नहीं करते। आप लोगों को ना ही बिहार के विकास से कोई लेना-देना है और ना ही यहां की जनता के हितों से। आपको जनता से जुड़े मुद्दों पर बात करनी चाहिए। लेकिन, आप ऐसा नहीं करेंगे। आप लोग सिर्फ और सिर्फ विभाजनकारी राजनीति करेंगे। आप लोग सिर्फ धर्म और जाति के नाम पर देश को बांटने का प्रयास करते हैं। मैं आपको बता दूं, जनता यह सब कुछ देख रही है, और आने वाले दिनों में आपको इसका मुंहतोड़ जवाब भी मिलेगा।“
इस बीच, पप्पू यादव ने उपचुनाव के नतीजों पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने जेडीयू को आड़े हाथों लेते हुए कहा, “मैं नीतीश कुमार से यह जानना चाहता हूं कि अत्यंत पिछड़ी जातियों के वोट के बंटवारे के लिए एक ही स्वजाति को टिकट क्यों दे दिया गया। यह काम नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल के लोगों ने किया है। बीजेपी के खेमे की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को छोड़कर सभी नेता प्रचार के लिए गए थे। बीजेपी के एक भी मतदाता ने जेडीयू को वोट देना उचित नहीं समझा। राजपूत समाज के 10 लोगों ने भी जदयू को वोट नहीं दिया। मैं यह जानना चाहूंगा कि पूरे देश में इंडिया गठबंधन की जीत हुई। लोकसभा में भी बीजेपी को हार का मुंह देखना पड़ा। इसके अलावा, अन्य राज्यों में भी बीजेपी को हार का मुंह देखना पड़ा। महाराष्ट्र, झारखंड और हरियाणा में हम लोग बहुत ही मजबूती के साथ सरकार बनाने जा रहे हैं। झारखंड में हम लोग दोबारा से सत्ता में आएंगे। मैं आपको बता दूं कि हेमंत बाबू दोबारा मुख्यमंत्री बनेंगे, लेकिन आज भी एनडीए के घटक दल राजा की तरह काम करते हैं।"