पौध रोपण के साथ उसे वृक्ष के रूप में संरक्षित करने का भी संकल्प लें-प्रतिमा बागरी
सतना,भास्कर हिंदी न्यूज़/ एक पेड़ मां के नाम और वृहद वृक्षारोपण के अभियान में शुक्रवार को नागौद जनपद के महतैन गांव में चंडी देवी मंदिर के पास लगभग 2 हेक्टेयर जमीन में एक हजार आम के पौधे एक साथ रोपे गये ग्रामीण विकास विभाग एवं पंचायत के सौजन्य से आयोजित वृक्षा रोपण कार्यक्रम में राज्यमंत्री नगरीय विकास एवं आवास विभाग श्रीमती प्रतिमा बागरी, जिला पंचायत अध्यक्ष रामखेलावन कोल, कलेक्टर अनुराग वर्मा, सीईओ जिला पंचायत सुश्री संजना जैन, एसडीएम एपी द्विवेदी, कार्यपालन यंत्री आरईएस अश्विनी जायसवाल, जनपद अध्यक्ष नागौद, जिला पंचायत सदस्य विष्णु लोधी, सुभाषचन्द्र बुनकर, सरपंच वासना माली सहित पंचायत प्रतिनिधियों, स्व-सहायता समूह की दीदीओ एवं आम ग्रामीणों ने एक-एक आम का पौधा रोपित किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्यमंत्री श्रीमती बागरी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संकल्प को पूरा करने के लिए मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में पूरे प्रदेश में पौधों का रोपण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमारा फर्ज बनता है कि इन पौधों की सुरक्षा करें और इन्हें एक विकसित पेड बनाए। उन्होंने कहा कि वृक्ष है तो जल है, जल है तो कल है, जीवन के लिए भी पेड अत्यंत जरूरी है। आने वाली पीढी के सुरक्षित, स्वस्थ तथा बेहतर जीवन के लिए भी पेडों की अत्यंत आवश्यकता है। राज्यमंत्री श्रीमती बागरी ने कहा कि महतैन गांव में 1 हजार पौधे लगाने का कार्य पूर्ण हो गया है। इस महत्वाकांक्षी अभियान में समाज के हर वर्ग की सक्रिय भागीदारी मिल रही है। अब हमने निर्णय लिया है कि इस तरह का अभियान हर वर्ष चलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि धरती पर बढते तापमान और वर्षा की कमी वृक्ष नहीं लगाये जाने से हो रही है। पर्यावरण को अनुकूल बनाने के लिए वृक्ष लगाए जाएं। इस दौरान राज्यमंत्री श्रीमती बागरी ने सभी से अपील करते हुए कहा कि अपने स्तर पर पौधरोपण करने तथा रोपे गए पौधों की सुरक्षा करने की संकल्प लें। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत असरार में भी इसी तरह का वृक्षारोपण किया जायेगा।
जिला पंचायत अध्यक्ष रामखेलावन कोल ने कहा कि पूरे देश में प्रधानमंत्री जी के आव्हान पर एक पेड़ मां के नाम लगाने का अभियान चल रहा है। वृक्ष हमें प्राण वायु के साथ ही जीवन प्रदान करते हैं। उन्होंने प्रत्येक परिवार से हर सदस्य के नाम कम से कम एक पौधा लगाकर उसे वृक्ष के रूप में संरक्षित करने की अपील भी की।