- 2 फरवरी को मुख्यमंत्री बने थे चंपाई सोरेन
- 152 दिन बाद सीएम पद से दिया इस्तीफा
- विधायकों ने हेमंत सोरेन को अपना नेता चुना
National hemant soren will once again become the chief minister of jharkhand swearing in will take place soon: digi desk/BHN/रांची/ हेमंत सोरेन एक बार फिर झारखंड के मुख्यमंत्री बनेंगे। सीएम चंपाई सोरेन ने बुधवार शाम करीब 7.30 बजे राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को अपना इस्तीफा सौंपा। इस्तीफे के बाद हेमंत ने सरकार बनाने का दावा पेश किया। चंपाई 2 फरवरी 2024 को सीएम बन थे। उनका कार्यकाल 152 दिन का रहा।
इस्तीफा सौंपने के बाद चंपई ने कहा
राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपने के बाद चंपई सोरेन ने कहा कि कुछ दिन पहले मुझे मुख्यमंत्री बनाया गया। मुझे राज्य की जिम्मेदारी मिली। उन्होंने कहा, ‘हेमंत सोरेन के वापस आने के बाद गठबंधन ने यह फैसला लिया और हमने हेमंत को अपना नेता चुना।’
बैठक में हमंत को चुना गया विधायक दल का नेता
बुधवार को रांची में सत्ता पक्ष के विधायक दल की बैठक हुई। बैठक में हेमंत को विधायक दल का नेता चुना गया। दैनिक जागरण से बातचीत में चतरा के राजद विधायक और कैबिनेट मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने इसकी पुष्टि की। उन्होंने कहा कि विधायक दल की बैठक में हेमंत सोरेन को नेता चुने जाने के बाद चंपई सोरेन सीएम पद से त्याग पत्र देंगे।
मंत्रियों की सूची में सत्यानंद का नाम
हेमंत सोरेन के साथ मंत्रिमंडल के अन्य सदस्य भी शपथ लेंगे। मंत्रियों की सूची में सत्यानंद का नाम भी है। यदि ऐसा होता है, तो सत्यानंद चतरा के पहले विधायक होंगे, जो मंत्री के रूप में पांचवीं बार शपथ लेंगे। गुलाम अहमद मीर और प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर की हेमंत सोरेन के साथ भेंट की तस्वीरें भी सामने आई हैं।
कब-कब सोरेन परिवार ने संभाली मुख्यमंत्री की कुर्सी
- शिबू सोरेन 2 मार्च 2005 में मुख्यमंत्री बने। दस दिन बाद सरकार गिर गई।
- 27 अगस्त 2008 को शिबू सोरेन दूसरी बार मुख्यमंत्री बने।
- शिबू ने 30 दिसंबर 2009 को सीएम पद की कुर्सी संभाली।
- 13 जुलाई 2013 को हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री चुने गए।
- 29 दिसंबर 2019 को जेएमएम, राजद और कांग्रेस की गठबंधन की सरकार के मुखिया हेमंत सोरेन रहे।
असम सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने साधा निशाना
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने चंपाई सोरेन के इस्तीफा देने के बाद ट्वीट किया है। उन्होंने कहा कि झारखंड में जेएमएम और कांग्रेस पार्टी द्वारा एक आदिवासी नेता को मुख्यमंत्री पद से हटाना दुखद है। मुझे यकीन है कि झारखंड के लोग इस कार्रवाई की कड़ी निंदा करेंगे।