जालौर.
राजस्थान के जालौर पुलिस ने आठ माह पूर्व में हुई वृद्ध संत गजाराम की हुई हत्या के बहुचर्चित मामले में खुलासा करते हुए वृद्ध संत की हत्या की वारदात को अंजाम देने वाले आरोपी को गिरफ्तार किया है। दरअसल जालौर जिले के जसवंतपुरा थाना क्षेत्र के पचेरी गांव पहाड़ी क्षेत्र नीलकंठ महादेव कुटिया में रहने वाले संत गजाराम की आठ माह पूर्व अज्ञात हमलावर ने हत्या कर शव लोहे के बक्से में बंद कर दिया था। पुलिस ने वारदात का पर्दाफाश कर संत के चेले सुंदरनाथ को गिरफ्तार किया है।
पुलिस के अनुसार दिनांक 06 नवंबर 2023 को भवानीशंकर पुत्र गजाजी जाति पुरोहित निवासी पंसेरी ने रिपोर्ट पेश कर बताया कि 06 नवम्बर 2023 को पंसेरी में नीलकंठ महादेव मंदिर में कुटिया में रह रहे उसके पिताजी गजा महाराज की अज्ञात व्यक्ति ने हत्या कर शव को कुटिया में रखी टंकी में बांधकर डाल दिया है, जिस पर मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई। वहीं मामले में पाली रेंज पुलिस महानिरीक्षक ओमप्रकाश ने प्रेसवार्ता कर मामले का खुलासा किया। रेंज आईजी ने बताया कि 8 पूर्व हुई संत की हत्या के मामले में जालोर एसपी ज्ञानचंद यादव के पर्यवेक्षण और एएसपी रामेश्वरलाल एवं भीनमाल वृत्ताधिकारी अनराजसिंह राजपुरोहित व जसवंतपुरा थानाधिकारी प्रतापसिंह मय टीम ने ग्राम पंसेरी में नीलकंठ महादेव मंदिर के गजा महाराज पुजारी की करीब 8 माह पहले अज्ञात द्वारा की गई हत्या का पर्दाफाश कर एक को गिरफ्तार किया गया है। प्रकरण की गम्भीरता को देखते हुए उप महानिरीक्षक पुलिस रेंज पाली द्वारा प्रकरण को ट्रेस आउट करने के सम्बन्ध में पुलिस अधीक्षक जालोर को विशेष निर्देश दिये गये। घटना की गम्भीरता एवं मामला धार्मिक भावना से जुड़ा होने के कारण पुलिस अधीक्षक, जालोर द्वारा घटना स्थल का 29 मार्च को पुनः निरीक्षण किया जाकर अनुसंधान टीम को निर्देश दिये गए साथ ही पुनः ब्रीफ कर नये सिरे से तहकीकात करने के निर्देश दिये गये। घटना के दिन अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, जालोर एवं वृताधिकारी वृत भीनमाल द्वारा मौके पर आकर मौका स्थल का निरीक्षण कर एमओबी टीम एफ.एस.एल. टीम बुलाकर मौके से साक्ष्य एकत्रित किये गये। संदिग्धों से पूछताछ कर आसपास के स्थानों के सीसीटीवी कैमरों को चैक किया व घटनास्थल के बीटीएस डम्प डाटा लेकर तकनीकी सहायता कॉल डिटेल का का भी विश्लेषण किया गया। उक्त घटना धार्मिक भावना से जुड़ी होने के कारण प्रकरण में अज्ञात आरोपी का पता लगाने के लिए पुरोहित समाज द्वारा कई बार धरना प्रदर्शन व मुख्यमंत्री एवं अन्य उच्चाधिकारियों को ज्ञापन दिये गये, जिससे प्रकरण में विशेष निर्देश दिए गए। मामले दर्जनों संदिग्धों से पूछताछ कर साक्ष्य एकत्रित कर घटना स्थल पर मिले साक्ष्य, तकनिकी साक्ष्यों से प्राप्त इनपूट से घटना के दिन संदिग्ध सुन्दरनाथ का घटना स्थल से मात्र 200 मीटर पर होना ज्ञात हुआ।
वहीं मन्दिर के पुजारी कृष्णपुरी द्वारा व मंदिर कुटिया के आस पास के अन्य लोगों द्वारा सुन्दरनाथ को घटना के दिन नीलकण्ठ महादेव मन्दिर पर देखने से एवं सुबह टैक्सी लेकर गांव से बाहर जाने की जानकारी मिलने पर पुलिस द्वारा तकनिकी साक्ष्यों एवं सीसीटीवी कैमरों को खंगालना शुरू किया गया। जिस पर संदिग्ध 19 वर्षीय रोहित शर्मा उर्फ सुन्दरनाथ उर्फ तन्नु पुत्र गोपाल प्रसाद शर्मा निवासी अन्यौर पुलिस थाना गोवर्धन उत्तर प्रदेश हाल चैला योगी शुकनाथ निवासी कालाखाद्रा पंसेरी पुलिस थाना जसवंतपुरा को इंदौर से दस्तयाब कर प्रकरण में पूछताछ करने पर वारदात करना कबूल किया। पुलिस पूछताछ में बताया कि आरोपी सुन्दरनाथ ने बताया कि 30-31 अक्टूबर 2023 की मध्यरात्रि को वह अपने आश्रम में जा रहा था तो बीच रास्ते में नीलकंठ महादेव मंदिर पंसेरी में पहुंचा तो गजा महाराज के कुटिया में लाइट होने से कुटिया में पहुंचा तो गजा महाराज उसे देखकर डांटने लगे। इस बात पर दोनों की बहस हो गई। तब उसने आवेश में आकर कुटिया के दरवाजे के पास रखी कुल्हाड़ी से गजाराम महाराज के सिर में चोट मारी, जिससे गजा महाराज के सिर से खून आने लगा। वो नीचे गिर गए। फिर उसने गजा महाराज के हाथ पैर व मुंह बांधकर पास में पड़ी लोहे की टंकी में डाल दिया व कोटी बंद कर उसके ऊपर बिस्तर डाल दिए जिससे उनकी मौत हो गई। फिर रात्रि में उसने साफ सफाई कर मौके से भाग गया।
एसपी ने ज्ञानचंद्र यादव बताया कि घटनास्थल पर बीड़ी के कुछ टुकड़े मिले, गजाराम महाराज बीड़ी नहीं पीते थे, लेकिन जानकारी करने पर पता चला कि उक्त सुन्दरनाथ बीड़ी पीता था, वो यहां करीब तीन महीने से रह रहा था। पुलिस ने बीड़ी के टुकड़ों के आधार पर गहनता से जांच की तो आरोपी तक पहुंचने में सफलता मिली फिलहाल पुलिस की आरोपी से कड़ी पूछताछ एवं अनुसंधान जारी है।