नई दिल्ली
दिल्ली- एनसीआर के 100 से ज्यादा स्कूलों को बम से उड़ाने वाले धमकी भरे ईमेल भेजे गए हैं। इसे लेकर सूत्रों ने एक बड़ा दावा किया है। बताया जा रहा है कि ये ईमेल रूस से भेजे गए हैं। दरअसल, एक ही ईमेल से सभी स्कूलों में धमकी भेजी गई है। सूत्रों का कहना है कि डीपीएस द्वारका स्कूल के पास जो मेल आया है उसे रूस में बैठे किसी शख्स ने भेजा है। यही दावा अन्य स्कूलों को लेकर भी किया जा रहा है। बता दें कि ईमेल की भाषा काफी नफरती किस्म की है।
रूस का सर्वर और एक ही IP एड्रेस
सूत्रों ने बताया कि जांच एजेंसियों को यह संदेह है कि ईमेल रूस के सर्वर से आया है। सूत्रों का कहना है कि सभी स्कूलों को ईमेल भेजने के लिए एक ही आईपी एड्रेस का इस्तेमाल किया गया है। दिल्ली पुलिस की साइबर टीम भी जांच में शामिल हो गई है। शुरुआती जांच में यह सामने आया है कि ईमेल एड्रेस रूसी डोमेन का है। हालांकि अभी यह साफ नहीं हो सका है कि किसने और कहां से इस ईमेल को भेजा है।
सूत्रों का और क्या-क्या दावा?
दरअसल, राजधानी दिल्ली समेत आसपास के जिलों में पैनिक का माहौल है। बच्चों के पेरेंट्स परेशान और डरे हुए हैं। एक-दो नहीं बल्कि 100 से ज्यादा स्कूलों को बम से उड़ाने वाले धमकी भरे ईमेल भेजे गए थे। सभी स्कूलों के बच्चों को वापस घर भेज दिया गया है। कुछ स्कूलों में परीक्षाएं चल रही थीं, जिसे रोक दिया गया। दिल्ली पुलिस ने बताया कि इसे लेकर जांच पूरी हो गई है। किसी स्कूल से कुछ नहीं मिला है। गृह मंत्रालय ने भी इसे अफवाह बताया है। ऐसे में अब सूत्रों के हवाले से यह दावा किया जा रहा है कि इस ईमेल को रूस से भेजा गया है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल जांच में जुटी हुई है। ऐसा भी बताया जा रहा है कि किसी बड़े आतंकी संगठन का इसमें हाथ हो सकता है।
डार्क वेब को लेकर भी जांच
जांच टीम अब आईपी एड्रेस ट्रैक कर रही है। सूत्रों ने बताया कि ऐसे ईमेल आमतौर पर वीपीएन कनेक्शन का इस्तेमाल करके भेजे जाते हैं। इससे असली आईपी एड्रेस छिपाई जा सकती है। यह भी बताया जा रहा है कि ईमेल भेजने के लिए शायद डार्क वेब का इस्तेमाल किया गया है। सभी एंगल से जांच की जा रही है। दिल्ली के साथ-साथ नोएडा और गाजियाबाद पुलिस भी इसमें जुटी हुई है।
फर्जी निकली स्कूलों को उड़ाने वाली धमकी
वहीं दिल्ली पुलिस ने भी एक राहत भरी अपडेट दी है। पुलिस ने बताया कि धमकी भरे ईमेल की सूचना मिलने के बाद सभी स्कूलों की जांच की गई। पुलिस को कहीं से कुछ भी आपत्तिजनक नहीं मिला है। दिल्ली पुलिस ने इसे फर्जी धमकी बताया है। इस मामले पर गृह मंत्रालय का भी एक बयान आया है। मंत्रालय ने इसे अफवाह बताते हुए लोगों को पैनिक नहीं करने की सलाह दी है। दिल्ली पुलिस ने भी लोगों से शांति बनाए रखने को कहा है।