सतना, भास्कर हिंदी न्यूज/ दोपहिया एवं चार पहिया वाहनों की खरीद फरोख्त करने वाली आनलाइन ओएलएक्स कंपनी इन दिनों ठगी का जरिया बन गई है। इस कंपनी के जरिये आनलाइन जालसाजी के जरिये ठग रोजाना हजारों लोगों को करोड़ों का चूना लगा रहे हैं। ऐसा ही एक मामला सिटी कोतवाली क्षेत्र के मुख्तयारगंज में सामने आया है। बरदाडीह रेलवे फाटक के पास रहने वाले ऋषिराज त्रिपाठी तनय स्व.सी.एस त्रिपाठी को ओएलक्स में एक्टिवा वाहन बेचने के नाम पर अपने आपको इंदौर इंटरनेशनल पोर्ट में सीआईएसफ का जवान बता कर कपिल शर्मा नाम के जालसाज ने 20,000 का चूना लगा दिया।
शिकायत पर पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह ने तुरंत लिया संज्ञान
दोपहिया वाहन खरीदने के नाम पर ठगी के शिकार हुए पीड़ित ने शुक्रवार को पूरे मामले की जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह को आवेदन देते हुए सीआईएसएफ में कथित रूप से तैनात कपिल शर्मा नामक जालसाज के खिलाफ सख्त कार्रवाई किये जाने एवं जालसाज द्वारा आनलाइन ऐंठे गये रुपये वापस दिलाने का अनुरोध किया। मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस कप्तान ने तुरंत भोपाल एवं सतना साइबर सेल को एक्टिव करते हुए तत्काल जालसाज का पता लगाने के निर्देश दिये हैं।
क्या है मामला
29 जनवरी को पीड़ित ने ओलएक्स पर एक एक्टिवा स्कूटर देखा। दिये गये विज्ञापन में मोबाइल नंबर 8696557829 दिया गया था। उक्त मोबाइल नंबर पर जब संपर्क किया गया तो काल रिसीव करने वाले ने अपना नाम कपिल शर्मा बताया तथा अपनी पोस्टिंग सीआईएसएफ इंदौर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर बताई। साथ ही बताया कि उसका ट्रांसफर हो गया है इसलिए वह अपना स्कूटर क्रमांक एमपी09 यू क्यू 4982 बेचने चाहता है। उक्त व्यक्ति ने स्कूटर का फोटो,आरसी,अपना आधार कार्ड व्हाट्सअप के जरिये भेज दिया। इसके बाद उसने कहा कि आपको आर्मी ट्रांसपोर्ट का भाड़ा 1150 रुपये आनलाइन मोबाइल नंबर 9582151764,(जो किसी महेश नाम के व्यक्ति का था) पर भेजने होंगे बाकी का पेमेंट जब वाहन आपके पास पहुंच जाये तो उसको चला कर देख लेना व इंजीनियर को दिखाने के बाद आनलाइन करना होगा। इस संबंध में उसने और भी डाक्यूमेंट भेजे जिस पर पीड़ित ने विश्वास करते हुए 1150 रुपये ट्रांसफर कर दिये। इसके बाद कपिल ने आर्मी ट्रांसपोर्ट में वाहन की पैकिंग किये जाने तथा साथ में वाहन बुक किये जाने की रसीद भी भेज दी।
30 जनवरी की दोपहर मोबाइल नंबर 8822313254 से पीड़ित के मोबाइल 7999529249 पर काल आया कि आपके वाहन का डिलेवरी ब्वाय हूं और आप का बिल अपडेट नहीं हुआ है इसलिए तुरंत 7999 रुपये आनलाइन ट्रासंफर करिये तभी हम आपको होम डिलेवरी देंगे। इसके बाद पीड़ित ने कपिल शर्मा से बात की तो उसने कहा कि आप पेमेंट ट्रांसफर करिये क्योंकि यह आर्मी ट्रांसपोर्ट का नियम है। इसके बाद पीड़ित ने बताये गये पैसे ट्रांसफर कर दिये। इसके बाद कई कारण बताते हुए पीड़ित से 16,000 रुपये ट्रांसफर करा लिये गये। इसके बाद फिर से रुपयों की मांग की गई तो पीड़ित को संदेह हुआ और उसने एक भी रूपया ट्रांसफर करने से इंकार कर दिया, साथ ही यह भी कहा कि वर्दी के नाम पर मेरे साथ धोखाधड़ी की है इसकी शिकायत संबंधित विभागों में की जायेगी। इस पर पहले कपिल शर्मा नामक जालसाज ने दूसरे दिन पेमेंट वापस करने की बात कही। जब दूसरे दिन पेमेंट नहीं आया तो पीड़ित ने दुबारा कपिल को काल किया तो उसने कहा कि पैसा हेड आफिस चला गया है, इसलिए 25 दिन बाद रिफंड होगा। आनलाइन ठगे जाने का अंदेशा होते ही पीड़ित ने पुलिस अधीक्षक को आवेदन देते हुए जालसाज के खिलाफ सख्त कार्रवाई तथा ठगे गये पैसे वापस दिलवाने का अनुरोध किया।
यह कोई पहला मामला नहीं
गौरतलब है कि ओलएक्स में वाहन खरीदने-बेचने के नाम पर लोगों के पैसे लूटे जाने का यह पहला मामला नहीं है। इस संबंध में कई शिकायतें संबंधित थानों में दर्ज हैं। पुलिस का मानना है कि यह एक संगठित गिरोह है जो फर्जी दस्तावेज तैयार कर ठगी की वारदात को अंजाम देता है। जानकारी के मुताबिक जिले भर में सैकड़ों लोग ओलएक्स मे आनलाइन ठगी के शिकार हो चुके हैं। माना जा रहा है कि यदि इन मामलों को पुलिस गंभीरता से लेगी तो कई जालसाजी करने वाले गिरोह पुलिस के हत्थे चढ़ जायेंगे।