चंडीगढ़
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने स्पष्ट कर दिया है कि आम आदमी पार्टी अपने बचे हुए चार उम्मीदवारों के नामों की घोषणा करने में समय लेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि जालंधर और लुधियाना सीट पर वो 16 अप्रैल को उम्मीदवारों के नामों की घोषणा करेंगे। मुख्यमंत्री ने यह जानकारी एक्स पर पोस्ट करके दी। इससे पहले बुधवार को आप नेताओं की दिल्ली में पार्टी सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल के निवास स्थान पर बैठक हुई। इस बैठक में मुख्यमंत्री भगवंत मान के अलावा राज्य सभा सदस्य संदीप पाठक, संजय सिंह के अलावा अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल भी शामिल थी।
पंजाब में आप ने 13 में से 9 सीटों पर उतारे उम्मीदवार
बता दें कि आम आदमी पार्टी ने पंजाब की 13 में से 9 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। जबकि अभी चार सीटें गुरदासपुर, फिरोजपुर, लुधियाना और जालंधर में उम्मीदवारों की घोषणा करना बाकी है। आप ने जालंधर में सुशील रिंकू को उम्मीदवार बनाया था लेकिन बाद में वह भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। इस सीट पर आप को मजबूत उम्मीदवार नहीं मिल पा रहा है। यही स्थिति फिरोजपुर सीट पर भी बनी हुई है। फिरोजपुर लोकसभा क्षेत्र के तहत आते जलालाबाद विधानसभा सीट से आप के विधायक जगदीप सिंह गोल्डी कंबोज के पिता सुरिंदर कंबोज को बहुजन समाज पार्टी ने प्रत्याशी बनाया है।
जालंधर और लुधियाना में 16 अप्रैल को होगी घोषणा
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि दो सीटें जालंधर और लुधियाना में उम्मीदवारों की घोषणा 16 अप्रैल को कर दिया जाएगा। यानी गुरदासपुर और फिरोजपुर सीट के लिए पार्टी अभी और इंतजार करेगी। यहां जिक्र योग्य है कि मुख्यमंत्री भगवंत मान आम आदमी पार्टी के सुप्रीमो व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ बुधवार को जेल में मुलाकात करना था। जेल प्रशासन ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए इस मुलाकात को कैंसिल कर दिया। जिसके बाद पार्टी नेताओं की बैठक केजरीवाल के निवास स्थान पर हुई।
सुरक्षा कारणों के चलते कैंसिल हुई मुलाकात
बैठक में केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल भी शामिल हुई। अरविंद केजरीवाल के जेल जाने के बाद से वह पार्टी की जिम्मेदारी उठा रही है। बैठक में अन्य के अवाला सौरभ भारद्वाज, जैस्मीन शाह और गोपाल राय भी शामिल थे। जबकि एक दिन पहले ही भगवंत मान और संजय सिंह के बीच लंबी बैठक हुई थी, जिसमें नामों पर चर्चा भी हुई। माना जा रहा है कि पार्टी अभी भी अंतिम फैसले पर नहीं पहुंच पाई है। जिसके कारण मुख्यमंत्री ने अब पांच दिन का और समय ले लिया है।