happy republic day greetings of 51 thousend farmers:digi desk/BHN/ प्रदेश में विदिशा पहला जिला बना है जहां के किसानों को बिजली सब्सिडी का पैसा खातों में भेजा गया है। जबलपुर के सिवनी के किसानों को सब्सिडी खाते में भेजी जानी थी फिलहाल मोबाइल पर इनके गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं ही भेजी गई है। सिवनी के किसानों के खातों में पैसा पहुंचने में दो-तीन माह का वक्त लग सकता है। बिजली कंपनी अभी तक किसानों के खाते नहीं खुलवा सकी है। बताते हैं कि वर्चुअल खाते खोलने के लिए बैंक तकनीकी परेशानी जाहिर कर रहे हैं।
तीनों जिलों में प्रारंभ की जानी थी प्रक्रिया
ज्ञात हो कि प्रदेश के तीन जिलों में प्रारंभिक चरण में किसानों के खाते में बिजली सब्सिडी भेजी जानी है। इसमें विदिशा, झाबुआ और सिवनी शामिल है। विदिशा के अलावा किसी भी जिले में पैसा किसानों के खाते में नहीं पहुंच पाया है जबकि एक साथ तीनों जिलों में ये प्रक्रिया प्रारंभ की जानी थी। इसमें मिलने वाली खामियों के आधार पर ही कंपनी आगे की रणनीति तय करती। बताया जाता है कि जिस बैंक के साथ किसानों के खाते खोलने का करार हुआ है उसकी तरफ से देरी हो रही है। इधर पूर्व क्षेत्र कंपनी की तरफ से पूरी तैयारी हो चुकी है। सिवनी के करीब 51750 किसानों के खाते में सब्सिडी भेजी जानी है इसलिए उनके मोबाइल पर वक्त पर मैसेज पहुंचाने के लिए कंपनी स्तर पर टेस्टिंग की जा रही है। इसमें नववर्ष के दौरान भी किसानों के मोबाइल पर संदेश भेजे गए थे। अब गणतंत्र दिवस पर सभी किसानों के मोबाइल पर बधाई संदेश देकर जांच की गई। इसमें करीब 1100 उपभोक्ता के मोबाइल फोन बंद मिले हैं जिनके नंबर बदले जाने हैं। इन्हें संदेश नहीं मिला है। कंपनी जिन किसानों के नंबर बंद है उनसे नए नंबर लेगी ताकि उन्हें डेटा में जोड़ा जा सके।
क्या है योजना
किसानों को 90 फीसद सरकार बिजली बिल में सब्सिडी देती है। शेष 10 फीसद का बिजली बिल किसानों को जमा करना होता है। ऐसे में अब सरकार 10 फीसद बिल भरने के बाद ही किसानों की सब्सिडी जारी करेगी। इसके लिए हर किसान का वर्चुअल खाता खुलेगा। जैसे ही किसान ने 10 फीसद राशि बिल की जमा की उसके बाद सरकार सब्सिडी की राशि किसान के खाते में डाल देगी। इस राशि को पावर मैनेजमेंट कंपनी अपने खाते में लेकर वितरण कंपनियों को देगी। किसान उक्त खातों से कोई राशि का आहरण नहीं कर पाएगा।