नई दिल्ली
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जे पी नड्डा ने बैंक खातों को 'फ्रीज' (लेनदेन पर रोक) किए जाने के कांग्रेस के आरोपों पर पलटवार करते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में 'ऐतिहासिक हार' की आशंका को देखते हुए उसका शीर्ष नेतृत्व भारतीय लोकतंत्र और संस्थाओं के खिलाफ 'जमकर भड़ास' निकाल रहा है।
नड्डा ने कांग्रेस के आरोपों के कुछ ही देर बाद 'एक्स' पर एक पोस्ट में दावा किया कि कांग्रेस अपनी 'अप्रासंगिकता' का दोष अपनी सुविधा के अनुसार 'वित्तीय परेशानियों' पर मढ़ रही है जबकि वास्तव में उसका दिवालियापन नैतिक और बौद्धिक है, वित्तीय नहीं।
कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी, अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी सहित प्रमुख विपक्षी दल के नेताओं ने एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में चुनाव से पहले पार्टी के बैंक खातों को ‘फ्रीज’ किए जाने का दावा करते हुए आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा कांग्रेस को आर्थिक रूप से पंगु बनाने का सुनियोजित प्रयास किया जा रहा है।
खरगे ने कहा कि लोकतंत्र के लिए चुनाव अनिवार्य होता है, साथ ही आवश्यक है कि सभी राजनीतिक दलों के लिए समान अवसर वाली स्थिति हों।
उन्होंने कहा, ''ये नहीं कि जो सत्ता में हैं, संसाधनों पर उनका एकाधिकार हो और देश की संस्थाओं पर प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से उनका नियंत्रण हो।''
इन आरोपों का जवाब देते हुए नड्डा ने कहा कि आगामी चुनाव में कांग्रेस को जनता पूरी तरह नकारने वाली है।
उन्होंने कहा, ''और ऐतिहासिक हार की आशंका से उसके शीर्ष नेतृत्व ने प्रेस कांफ्रेंस कर भारतीय लोकतंत्र और संस्थाओं के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली। वे अपनी अप्रासंगिकता का दोष 'वित्तीय परेशानियों’ पर मढ़ रहे हैं। वास्तव में उनका दिवालियापन नैतिक और बौद्धिक है, वित्तीय नहीं।''
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि अपनी गलतियों को सुधारने के बजाय कांग्रेस अपनी परेशानियों के लिए अधिकारियों को दोषी ठहरा रही है।
उन्होंने कहा, ''चाहे वह आईटीएटी (आयकर अपीलीय अधिकरण) हो या दिल्ली उच्च न्यायालय, उन्होंने कांग्रेस को नियमों का पालन करने और बकाया करों का भुगतान करने के लिए कहा लेकिन पार्टी ने कभी ऐसा नहीं किया।''
उन्होंने आरोप लगाया कि जिस पार्टी ने हर क्षेत्र से, हर राज्य में और इतिहास के हर क्षण में 'लूटा' है, उसके लिए वित्तीय लाचारी की बात करना हास्यास्पद है।
उन्होंने तंज कसते हुए कहा, ''कांग्रेस अपने चुनाव प्रचार के लिए जीप से लेकर बोफोर्स और हेलिकॉप्टर घोटाले तक… अपने सभी घोटालों से जमा धन का उपयोग कर सकती है।''
राहुल गांधी पर हमला करते हुए नड्डा ने उन्हें कांग्रेस का 'अंशकालिक' नेता करार दिया और 'भारत में लोकतंत्र नहीं बचा है' जैसे आरोप लगाने के लिए उन्हें आपातकाल की याद दिलाई।
उन्होंने कहा, ''कांग्रेस के अंशकालिक नेता कहते हैं कि भारत में लोकतंत्र होना झूठ है। क्या मैं उन्हें विनम्रतापूर्वक याद दिला सकता हूं कि भारत में 1975 और 1977 के बीच केवल कुछ महीनों के लिए लोकतंत्र नहीं था और उस समय भारत की प्रधानमंत्री कोई और नहीं बल्कि श्रीमती इंदिरा गांधी थीं।''
इससे पहले, राहुल गांधी ने दावा किया कि देश में लोकतंत्र नहीं बचा है और कांग्रेस पार्टी के खातों को नहीं बल्कि लोकतंत्र को 'फ्रीज' कर दिया गया है।