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MP: आदिवासी अंचल में भगोरिया के साथ दिखेगा लोकसभा चुनाव का रंग

  1. रतलाम- झाबुआ संसदीय सीट पर अब तक राजनीतिक शांति होना आश्चर्यजनक है
  2. बड़ा कारण यह है कि फिलहाल कांग्रेस का उम्मीदवार ही घोषित नहीं हुआ है
  3. पिछले 2019 लोकसभा चुनाव के मुकाबले दो लाख से अधिक मतदाता इस बार बढ़े हैं

Madhya pradesh jhabua lok sabha elections announced a day before bhagoria festival in tribal area of madhya pradesh: digi desk/BHN/झाबुआ/ संयोग यह है कि सोमवार से क्षेत्र का लोकप्रिय पर्व भगोरिया आरंभ होने जा रहा है। लोकसभा चुनाव की घोषणा शनिवार की दोपहर में ही हुई है। कुल 57 दिन चुनाव प्रचार के लिए मिल रहे हैं। हालांकि अभी एक प्रमुख प्रत्याशी की घोषणा नहीं हुई है। इसके चलते आरोप – प्रत्यारोप का सिलसिला अभी शुरू नहीं हुआ है। कांग्रेस प्रत्याशी घोषित होते ही सबसे अधिक बयानबाजी से वातावरण गरमाएगा। 18 अप्रैल से नाम निर्देशन पत्र जमा होने लगेंगे। 13 मई को मतदान होगा जिसमें 2358 मतदान केंद्रों पर 20 लाख से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग कर सकेंगे।

रतलाम- झाबुआ संसदीय सीट पर अब तक राजनीतिक शांति होना आश्चर्यजनक है। पिछले चुनावों में ऐसा कभी नहीं रहा। हालांकि बड़ा कारण यह है कि फिलहाल कांग्रेस का उम्मीदवार ही घोषित नहीं हुआ है। ऐसे में आक्रमण की दिशा ही तय नहीं हो रही है। माना जा रहा है कि सोमवार को उम्मीदवार की घोषणा होते ही पिछले चुनावों की तरह बयानबाजी शुरू हो जाएगी।

अप्रैल में होगी शुरुआत

मैदान में अभी से ही हलचल शुरू हो चुकी है लेकिन अधिकृत रूप से चुनाव की शुरुआत 18 अप्रैल से होगी। 18 अप्रैल से लेकर 25 अप्रैल तक नामांकन पत्र दाखिल होंगे। 26 अप्रैल को जांच व 29 अप्रैल को नामवापसी के बाद चुनाव चिह्न आवंटित हो जाएंगे। 11 मई की शाम को चुनाव प्रचार थम जाएगा। 13 मई को मतदान होगा। फिर 20 दिन तक जनता का फैसला ईवीएम में बंद रहेगा। 4 जून को मतगणना होगी।

दो लाख से अधिक बढ़े मतदाता
पिछले 2019 लोकसभा चुनाव के मुकाबले दो लाख से अधिक मतदाता इस बार बढ़े हैं। 2019 में 18 लाख 50 हजार 602 मतदाता थे जो अब 20 लाख 84 हजार 882 हो चुके हैं। कुल दो लाख 34 हजार 280 मतदाता बढ़े हैं।यही नव मतदाता इस बार परिणाम तय करेंगे। मतदान प्रतिशत 50 से 55 औसत रूप से रहा है लेकिन सारे रिकॉर्ड ध्वस्त करते हुए पिछले 2019 के लोकसभा चुनाव में 76 प्रतिशत मतदान हो गया ।ग्रामीण क्षेत्रों में शादियों की धूम मचने से उम्मीद है कि इस बार भी मतदान के मामले में उत्सुकता अधिक रहेगी।

सबसे अधिक झाबुआ में

मतदाताओं की दृष्टि से सबसे अधिक झाबुआ विधानसभा महत्व रख रही है। सर्वाधिक मतदाता इसी में है वही सबसे कम मतदाता सैलाना विधानसभा में है। संसदीय सीट के तहत आने वाले तीनो जिलों में भी सर्वाधिक मतदाता झाबुआ जिले में है। इसके बाद रतलाम जिले की तीन विधानसभा व सबसे कम मतदाता आलीराजपुर जिले की दो विधानसभा क्षेत्र में आ रहे हैं ।

क नजर में

– 03 जिले रतलाम,झाबुआ व आलीराजपुर

– 08 विधानसभा क्षेत्र

– 2358 मतदान केंद्र

– 20 लाख 84 हजार 882 मतदाता

– 02 लाख 34 हजार 280 मतदाता बढ़े

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