Family court news:digi desk/BHN/ कुटुंब न्यायालय में एक दिलचस्प मामला सामने आया है। अनीता (परिवर्तित नाम) ने पहले अपने फौजी पति से तलाक लिया। उसके बाद पड़ोस में रहने वाले एमपी पुलिस में कार्यरत एएसआइ से 2017 में शादी कर ली। वह उसके साथ छह महीने तक रही। छह महीने बाद उसका फौजी से फिर से मिलना-जुलना शुरू हो गया। एएसआइ को छोड़कर वह अपने पहले पति के पास लौट गई। इस साजिश का जब खुलासा हुआ तो एएसआइ ने पत्नी से पीछा छुड़ाने के लिए कुटुंब न्यायालय में तलाक का केस दायर किया।
एमपी पुलिस में कार्यरत एएसआइ आशीष (परिवर्तित नाम) के पिता का देहांत हो गया था। पिता की जगह पर आशीष को अनुकंपा नियुक्ति मिली थी। वह एएसआइ के पद पर कार्यरत है, लेकिन पड़ोस में रहने वाली फौजी की पत्नी से उसे प्रेम हो गया। इसके बाद अनीता ने अपने फौजी पति को तलाक दे दिया। अनीता ने अपने बच्चे व पति को छोड़कर वर्ष 2017 में आशीष से शादी कर ली। वह छह महीने तक उसके साथ रही, लेकिन धीरे-धीरे उसने आशीष से दूरी बनाना शुरू कर दिया। आशीष को पता चला कि वह फौजी से मिल रही है, दोनों की मिलीभगत का उसे अहसास हुआ तो अनीता व एएसआइ (दूसरे पति) में विवाद होने लगा। आशीष को छोड़कर अनीता फौजी (पहले पति) के पास लौट गई। अब वह फौजी के साथ रह रही है।
एएसआइ से भरण पोषण भी लेना शुरू किया, सामान भी हथिया लिया
अनीता की सच्चाई सामने आ गई तो उसने आशीष पर घरेलू हिंसा का केस दर्ज करा दिया। उससे अलग रहकर उसने भरण पोषण लेना शुरू कर दिया। अब आशीष को उसे हर महीने भरण पोषण के पैसे देने पड़ रहे हैं। अनीता ने एक दिन घर का पूरा सामान भरकर फौजी के पास रखवा दिया। फौजी भी धमकाता है कि यदि उसने तलाक दिया तो अच्छा नहीं होगा। अभी तलाक की अर्जी पर फिलहाल सुनवाई होनी है।