- एनआइए की अलग-अलग टीमें मंगलवार को मालवा-निमाड़ अंचल के तीनों जिले में पहुंचीं
- दो अलग-अलग दलों ने खरगोन जिले के गोगावां के सिगनूर और सतीफालिया में दबिश दी
- पाचोरी गांव अवैध रूप से पिस्टल बनाने और देशभर में तस्करी के लिए कुख्यात है
Madhya pradesh indore nia raid in mp after umarti and pachori in madhya pradesh signur and sikligar of bhagwanpura on nia radar: digi desk/BHN/मालवा-निमाड़/ अब तक देश के विभिन्न राज्यों में अवैध हथियार मुहैया कराने के लिए मध्य प्रदेश के बड़वानी जिले का उमर्टी और बुरहानपुर जिले का पाचोरी ही कुख्यात था। अब खरगोन जिले के सिकलीगर बहुल सिगनूर, भगवानपुरा के सतीफालिया गांव भी देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी एनआइए (राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण) की जद में आ गए हैं। खालिस्तानी संगठनों के साथ गैंगस्टर लारेंस विश्नोई की गैंग से सांठगांठ मामले में देशभर में दबिश दे रही एनआइए की अलग-अलग टीमें मंगलवार को मालवा-निमाड़ अंचल के तीनों जिले में पहुंचीं।
जांच एजेंसी के दो अलग-अलग दलों ने खरगोन जिले के गोगावां के सिगनूर और सतीफालिया में दबिश दी। हालांकि, यहां से किसी की गिरफ्तारी या कुछ जब्ती जैसी कोई जानकारी फिलहाल सामने नहीं आई है। एनआइए की टीम बुरहानपुर में भी सुबह ही पहुंच गई थी। सात सदस्यीय दल ने जिले के खकनार थाने से पुलिस बल लिया और सीधे पाचोरी पहुंच गया। सूत्रों के अनुसार, दिनभर टीम ने गांव और आसपास के जंगलों में तलाश की।
शाम करीब साढ़े पांच बजे खकनार थाने पहुंची और काफी देर तक अंदर आपस में चर्चा करती रही। देर शाम तक यह पता नहीं चल पाया था कि वहां से किसी की गिरफ्तारी की गई है या नहीं। खरगोन के एएसपी मनोहर सिंह बारिया ने बताया कि जिले में एनआइए की टीम पहुंची है, जो कि अवैध हथियारों से जुड़े मामलों को लेकर जांच करने के लिए गोगावां के सिगनूर, भगवानपुरा के सतीफालिया सहित अन्य गांवों में सर्चिंग कर रही है। उन्हें क्या इनपुट मिले हैं और क्या कार्रवाई की जा रही है, इसकी कोई जानकारी नहीं है।
उल्लेखनीय है कि पाचोरी गांव अवैध रूप से पिस्टल बनाने और देशभर में तस्करी के लिए कुख्यात है। यहां के सिकलीगर गुणवत्ता वाली पिस्टल बनाकर पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तरप्रदेश सहित अन्य राज्यों तक पहुंचाते हैं। इससे पहले गांव में जिला पुलिस कई बार कार्रवाई कर चुकी है। इसके अलावा पंजाब और हरियाणा की पुलिस भी आ चुकी है। बीते साल एक तस्कर की गिरफ्तारी के बाद पाचोरी का खालिस्तानी कनेक्शन भी सामने आया था। माना जा रहा है कि एनआइए की छापेमारी इसी का हिस्सा है।
बड़वानी के गांव में एक आरोपित से की पूछताछ
बड़वानी जिले में राजपुर एवं वरला थाना क्षेत्र में भी एनआइए ने सर्चिंग की। फिर किसी बड़ी वारदात में जिले के अपराधियों के शामिल होने की चर्चा शुरू हो गई। जिले के राजपुर थाना क्षेत्र के एक गांव में एक आरोपित से पूछताछ की गई। यहां से जांच के बाद एनआइए की टीम वरला थाना क्षेत्र के उमर्टी पहुंची। सिकलीगरों का यह गांव अवैध हथियारों के निर्माण के लिए देशभर में कुख्यात है।