Subhas Chandra Bose:digi desk/BHN/ नेताजी सुभाष चंद्र बोस (Subhas Chandra Bose) की 23 जनवरी को 125वीं जयंती है। इस बीच उनके जन्म स्थान कटक (Cuttack) शहर के निवासियों ने एक मांग उठाई है। उन्होंने महान स्वतंत्रता सेनानी की विशेषता वाले नोटों की मांग को उठाया है। सात साल पहले तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी (Pranab Mukherjee) ने भारतीय मुद्रा नोटों पर बोस की छवि को अंकित करने के प्रस्ताव को स्वीकार किया था। इस प्रस्ताव को भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) के पास भेज दिया गया था, लेकिन इस मामले में केंद्र और राज्य सरकार दोनों चुप हैं।
सुभाष चंद्र बोस के जीवन पर एक नजर
सुभाष चंद्र बोस का जन्म 23 जनवरी 1897 को ओडिशा के कटक में हुआ था। द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान अंग्रेजों के खिलाफ उन्होंने जापान की सहायता से आजाद हिंद फौज का गठन किया था। बोस का दिया ‘जय हिंद’ राष्ट्रीय नारा बन गया। वहीं ‘तुम मुझे खून दो मैं तुम्हे आजादी दूंगा’ नारे नें भी अंग्रेजों के खिलाफ लड़ने के लिए भारतीयों को प्रेरित किया। बोस ने 5 जुलाई 1943 को सिंगापुर के टाउन हाल के सामने दिल्ली चलों का नारा दिया। 21 अक्टूबर 1943 को नेताजी ने आजाद हिंद फौज के सर्वोच्च कमांडर की हैसियत से स्वतन्त्र भारत की अस्थायी सरकार बनाई थी। जिसमें जर्मनी, जापान, फिलीपींस, कोरिया, चीन, इटली, मान्चुको और आयरलैंड ने मान्यता दी। जापान ने अंडमान व निकोबार द्वीप अस्थायी सरकार को दे दिया। बोस ने उन द्वीपों का नामकरण किया था।