टोंक/अजमेर/जयपुर.
राजस्थान सहित देश के किसान एमएसपी को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। बुधवार को टोंक जिले के सैकड़ों किसानों ने भी जयपुर के रास्ते दिल्ली कूच की तैयारी की थी। राष्ट्रीय किसान महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल जाट के आह्वान पर टोंक, मंडावरा, ईसरदा और बीसलपुर बांध के डूब क्षेत्र के सैकड़ों किसानों ने करीब 200 ट्रैक्टरों के काफिले के साथ जयपुर कूच की तैयारी भी कर ली थी।
लेकिन बुधवार अलसुबह राष्ट्रीय किसान महापंचायत अध्यक्ष रामपाल जाट को अजमेर पुलिस ने अराई के सील गांव से हिरासत में ले लिया था, जिसके चलते किसानों का गुस्सा फूट पड़ा था और किसानों ने प्रदेशाध्यक्ष रामेश्वर चौधरी के नेतृत्व में जयपुर कूच मंडावरा गांव से शुरू ही किया था कि टोंक पुलिस का भारी जाब्ता मौके पर ही पहुंच गया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आदर्श चौधरी, सीओ सिटी टोंक सलेह मोहम्मद, उपखंड अधिकारी कपिल शर्मा और तहसीलदार रामधन गुर्जर सहित अतिरिक्त भारी पुलिस जाब्ते ने किसानों के काफिले को गांव के बाहर ही रोक दिया। लंबी चर्चा और वार्ता के बाद किसान अपने वाहनों के काफिले को लेकर जयपुर-कोटा हाइवे के नजदीक वैष्णव देवी मंदिर के समीप रोकने को तैयार हुए। इसके बाद किसानों ने मंडावरा रोड पर ही महापड़ाव डाल दिया और रात्रि धरने की पूरे इंतजाम कर लिए। इसके बाद किसानों ने अपने ही हाथों से साथ लेकर आए राशन सामग्री से खाना बनाया और फिर सभी ने साथ मिलकर भोजन किया। इसके बाद टोंक पुलिस अधीक्षक, जिला कलेक्टर की अजमेर के अधिकारियों से वार्ता के बाद अजमेर से राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल जाट को रिहा किया गया।
रामपाल जाट के रिहा होने पर किसानों से फोन पर वार्ता करवाई गई। इसके बाद टोंक में किसानों ने महापड़ाव को स्थगित करने का एलान किया। महापड़ाव स्थगित करने के साथ ही किसान अपने वाहनों से गांवों की ओर लौट गए। उधर, किसानों के महापड़ाव के स्थगित करने के एलान के बाद टोंक जिला पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने राहत की सांस ली। राष्ट्रीय किसान महापंचायत युवा के प्रदेशाध्यक्ष रामेश्वर चौधरी ने बताया कि हमारी स्थानीय ईसरदा डूब क्षेत्र के प्रभावित किसानों को पूरा मुआवजा और बीसलपुर बांध के विस्थापितों की समस्याओं के समाधान के आश्वासन मिलने पर आज महापड़ाव स्थगित किया गया है।