AC shalter for dog:digi desk/BHN/ डाॅग होम फाउंडेशन की ओर से श्वानों की उचित देख रेख और मेडिकल सुविधा से युक्त प्रदेश का पहला स्ट्रीट डाॅग शेल्टर होम जोधपुर में स्थापित होगा। जहां स्ट्रीट डॉग्स के लिए वातानुकूलित शेल्टर की व्यवस्था होगी।जीव दया को ध्यान में रखते हुए शहर के दो व्यापारियों और दो डाॅक्टरों ने इस संबंध में पहल की है। फाउंडेशन के डायरेक्टर और पेशे से व्यापारी कुलदीप खत्री ने बताया कि चोखा स्थित लहरिया वैली के सामने तीन हजार गज में शेल्टर होम की शुरूआत की जा रही है।इसमें डायरेक्टर डाॅ. कालूराम चोधरी, डाॅ. जशांक सैन और व्यापारी प्रमोद सांखला सहयोग करेंगे। खत्री ने बताया कि नगर निगम दक्षिण की महापौर सुश्री वनिता सेठ शुक्रवार को डाॅग होम का फीता काट कर शुभारम्भ करेगी।
खत्री ने बताया कि शेल्टर होम का कार्य पूरा हो चुका है। इसमें शहर के किसी भी हिस्से के स्ट्रीट डाॅग, किसी भी बीमारी से पीड़ित या फिर सड़के हादसे में घायल हो चुके है, उनका वहां पर निःशुल्क उपचार किया जायेगा। जब वे ठीक हो जाएंगे तो उन्हें वापस उसी जगह छोड़ा जाएगा जहां से लाया गया है।
वहीं घायल बीस गायों के रखे जाने की भी सुविधा रहेगी। आमजन की सुविधा के लिए इसके लिए एक टोल फ्री नम्बर 9352727457 भी जारी किया गया है।जहां कभी भी काॅल कर स्ट्रीट डाॅग के बारे में जानकारी दी जा सकती है। जिससे मोके पर तुरंत एक एंबुलेंस पहुंचेगी और डाॅग को शेल्टर होम लाकर उपचार किया जा सकेेगां।
गर्मी से बचाने के लिए 21 पिंजरे
डाॅग होम फाउंडेशन के डायरेक्टर कुलदीप खत्री ने बताया कि शेल्टर होम तीन हजार गज भूमि में स्थापित हो रहा है। जहां पर स्ट्रीट डाॅग के लिए 21 पिंजरे होंगे, ताकि गर्मी के दिनों में श्वानों को किसी तरह की परेशानी नहीं हो। इसके साथ ही एक पिंजरे में चार से अधिक डाॅग नहीं रखे जाएंगे।
ऑपरेशन थिएटर और ट्रेंड नर्सिंग स्टाॅफ
खत्री ने बताया कि शेल्टर होम में चैबीस घंटे डाॅक्टर व नर्सिंग स्टाफ की सुविधा रहेंगी। जहां हादसे में शिकार हुए स्ट्रीट डाॅग के लिए एक ऑपरेशन थिएटर भी होगा। जहां पर तुरंत ऑपरेशन की सुविधा रहेगी। ऑपरेशन के बाद उस डाॅग को फिर वातानूकुलित पिंजरें में या फिर डाॅक्टर की सलाह के बाद दूसरी जगह शिफ्ट किया जाएगा।
फूड कोट और स्वीमिंग पूल भी
खत्री ने बताया कि शेल्टर होम में पैरालाइसिस हुए स्ट्रीट डाॅग के उपचार के बाद उसे हीलिंग थैरेपी भी दी जाएगी। इसके लिए एक छोटा स्वीमिंग पूल भी बनेगा। जहां उसके पैर पानी में चलेंगे तो वो जल्द ही ठीक होगा। वहीं अन्य बीमारी होने पर उसे एक फूड कोट में शिफ्ट किया जाएगा। जहां पर मिट्टी पर उसे छोड़ दिया जाएगा। इसी फूड कोट में उसे समय-समय पर खाना भी मिलेगा।
सूचना देने वाले के हस्ताक्षर
खत्री ने बताया कि जैसे ही शहर के किसी भी हिस्से से घायल डाॅग की सूचना मिलेगी तो एंबुलेंस वहां पहुंचेगी। जिसमें नर्सिंगकर्मी भी साथ ही होगा। अगर उपचार वहीं हो जाए तो करेंगे अन्यथा श्वान को तुरंत शेल्टर होम लाया जाएगा। इससे पहले सूचना देने वाले से एक फार्म पर साइन करवाएंगे और डाॅग के उपचार के बाद वापस उसी जगह छोड़ने पर दुबारा उसी व्यक्ति के साइन करवाए जाएंगे।