Hospital icu:digi desk/BHN/ कोरोना मरीजों के उपचार के लिए नवनिर्मित गहन चिकित्सा इकाई (आइसीयू) में एक नशेड़ी ने विगत रात्रि जमकर उपद्रव मचाया। विक्टोरिया अस्पताल परिसर स्थित आइसीयू में घुसकर वह पलंग पर लेट गया। उसके पलंग के आसपास कोरोना संक्रमित मरीज भर्ती थे। अस्पताल के सुरक्षा गार्ड व अन्य कर्मचारी नशेड़ी को बाहर आइसीयू से बाहर निकालने के लिए हलाकान होते रहे। इस काम में वे असफल रहे जिसके बाद पुलिस की सहायता ली गई। नशेड़ी युवक के साथ कुछ और युवक विक्टोरिया पहुंचे थे उन्होंने भी हंगामा करने का प्रयास किया।
बाहर निकलने के बाद माफी मांगी
नशेड़ी के उत्पात से परेशान कर्मचारियों व पुलिस जवानों ने पीपीई किट पहनकर आइसीयू में प्रवेश किया और कोरोना मरीजों के बीच से उसे उठाकर बाहर लाया गया। देर रात हुए इस हंगामे के दौरान अन्य मरीजों का उपचार प्रभावित हुआ। अन्य वार्डों में भर्ती मरीज व उनके स्वजन तमाशा देखने के लिए वार्डों से बाहर निकल गए थे। कर्मचारियों ने बताया कि आइसीयू से बाहर निकलने के बाद नशेड़ी व उसके साथियों ने माफी मांगी। उनका कहना था कि भूलवश उनसे गलती हो गई।
सुरक्षा व्यवस्था नाकाम
विक्टोरिया अस्पताल की सुरक्षा में निजी क्षेत्र से दर्जनों गार्ड तैनात किए गए हैं। हर माह लाखों रुपये उनके वेतन पर खर्च किया जा रहा है। कोविड-19 आइसीयू में बाहरी व्यक्ति के प्रवेश को लेकर सुरक्षा व्यवस्था की नाकामी सामने आई। बताया जाता है कि निजी कंपनी द्वारा विक्टोरिया में 24 घंटे की सुरक्षा व्यवस्था के लिए जितने गार्ड देने का अनुबंध किया गया है उतनी संख्या में गार्ड मौजूद नहीं रहते। लिहाजा अस्पताल में समूचे परिसर की सुरक्षा व्यवस्था संभव नहीं हो पा रही है।