अजमेर.
"वही रहते हैं खामोश अक्सर, जमाने में जिनके हुनर बोलते हैं।" इसी का एक उदाहरण है अजमेर के चौरसियावास, किसान कॉलोनी की रहने वाली 23 वर्षीय नंदिनी गौड़। अजमेर की नंदिनी के दोनों हाथ और पैर जन्म से ही काम नहीं करते हैं लेकिन पूरी तरह से बेड पर रहने के बाद भी अपनी पहचान बनाने के लिए नंदनी ने कला को साथी बनाया और मुंह से पेंटिंग बनाना शुरू की।
बगैर किसी गुरु के खुद ही चित्र बनाने का यह शौक इस कदर परवान चढ़ा कि शहर के कई कलाकार अब दांतों दले उंगली दबा रहे हैं। हाल ही में नवनिर्मित रामलला के मंदिर के उद्घाटन समारोह से पूर्व नंदनी ने एक छोटे से मिट्टी के दीपक पर वॉटर कलर से श्री राम की आकृति बनाई है, जिसे बनाने में उन्हें डेढ़ हफ्ते का समय लगा है, नंदिनी द्वारा बनाई गई पेंटिंग की हर कोई सराहना कर रहा है। नंदिनी को जन्म के समय से ही न्यूरो समस्या हुई थी। इस समस्या ने उसके दोनों हाथ और पैर बेकार कर दिए लेकिन नंदिनी ने हौसला नहीं छोड़ा और अपनी कला से पहचान बनाई।
प्रधानमंत्री भी कर चुके हैं प्रशंसा
पिछले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 100वें मन की बात कार्यक्रम में नंदिनी ने उन्हें शुभकामनाएं देने के लिए एक पेंटिंग बनाई थी। जिस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्विटर के माध्यम से नंदिनी की हौसला अफजाई की ओर उन्हें शुभकानाएं दी थीं। नंदिनी पिछले 12 सालों से पेंटिंग बना रही हैं। यह उनका शौक रहा है, जिसे वे आगे भी जारी रखेंगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा की गई प्रशंसा से वे काफी उत्साहित हैं।