Sunday , November 24 2024
Breaking News

शिव सेना पर बरसे अयोध्या मंदिर के पुजारी, कहा- ‘सिर्फ राम भक्‍तों को दिया गया है निमंत्रण’

अयोध्या
भगवान राम पर की गई टिप्पणियों को लेकर श्री राम जन्मभूमि मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास खुलकर सामने आए हैं। उन्‍होंने जवाब देते हुए कहा कि निमंत्रण केवल उन लोगों को दिया गया है जो "भगवान राम के भक्त" हैं। वह शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे की उस टिप्पणी पर प्रतिक्रिया दे रहे थे, जिसमें उन्होंने कहा था कि उन्हें राम मंदिर के उद्घाटन कार्यक्रम के लिए निमंत्रण नहीं मिला है।

आचार्य सत्येन्द्र दास ने कहा, "निमंत्रण केवल उन लोगों को दिया गया है जो भगवान राम के भक्त हैं। यह कहना बिल्कुल गलत है कि भाजपा भगवान राम के नाम पर लड़ रही है। हमारे प्रधान मंत्री का हर जगह सम्मान किया जाता है और उन्होंने अपने कार्यकाल में बहुत सारे काम किए हैं। यह राजनीति नहीं है, यह उनकी भक्ति है।''

आचार्य सत्येन्द्र दास ने शिव सेना (यूबीटी) नेता संजय राउत की उस टिप्पणी पर भी निशाना साधा, जिसमें उन्होंने कहा था कि अब केवल एक ही चीज बची है कि ''भाजपा भगवान राम को अपना उम्मीदवार घोषित करे।'' मुख्य पुजारी ने कहा, ''संजय राउत को इतना दर्द है कि वो उसे बयां भी नहीं कर सकते, ये वही लोग हैं जो भगवान राम के नाम पर चुनाव लड़ते थे। जो लोग भगवान राम को मानते हैं, वे सत्ता में हैं, वह क्या बकवास कर रहे हैं? वह भगवान राम का अपमान कर रहे हैं।''

इससे पहले संजय राउत ने अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन के प्रचार के बीच भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा था कि वह अगले साल लोकसभा चुनाव से पहले भगवान राम के नाम पर वोट मांगेगी। राउत ने कहा, "पीएमओ और सरकार को अपना आधार अयोध्या स्थानांतरित कर लेना चाहिए। वे केवल राम के नाम पर वोट मांगेंगे क्योंकि उन्होंने और कुछ नहीं किया है।" उन्होंने कहा कि शिव सेना के सदस्यों ने राम मंदिर आंदोलन में अपना खून और परिश्रम लगाया। बाला साहेब ठाकरे और हजारों शिवसैनिकों ने इसमें योगदान दिया। हम भी राम के भक्त हैं, दरअसल हम राम के सबसे बड़े भक्त हैं और हमारी पार्टी ने राम मंदिर के लिए बहुत त्याग किया है।

अयोध्या के राम मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा समारोह 16 जनवरी से शुरू होकर सात दिनों तक चलेगा। अंतिम दिन 22 जनवरी को सुबह की पूजा के बाद दोपहर में 'मृगशिरा नक्षत्र' में राम लला का अभिषेक किया जाएगा।

About rishi pandit

Check Also

झारखंड में एक बार फिर सत्ता की चाबी हासिल करने के बाद हेमंत सोरेन 28 नवंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे

रांची झारखंड में एक बार फिर सत्ता की चाबी हासिल करने के बाद हेमंत सोरेन …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *