नई दिल्ली
22 जनवरी 2024 को अयोध्या में बन रहे भव्य मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होनी है। अगले साल लोकसभा चुनाव से पहले होने वाले इस कार्यक्रम को लेकर भाजपा की ओर से बड़ी तैयारी चल रही है। लोगों के लिए अयोध्या की मुफ्त यात्रा का प्लान बनाया जा रहा है। साथ ही हर घर तक अक्षत बांटकर लोगों को आमंत्रित करने का भी इरादा है। बिहार को लेकर बीजेपी ने अयोध्या के लिए 20 दिन की ‘लव-कुश यात्रा’ का प्लान बनाया है। राजनीतिक जानकार मानते हैं कि राज्य में मजबूत जातिगत समीकरणों से पार पाने के लिए यह कदम उठाया गया है। यह यात्रा 2 जनवरी को राजधानी पटना से शुरू होगी और कई शहरों से होते से हुए गुजरेगी। इस दौरान हवन और दूसरे धार्मिक कार्यक्रमों का भी आयोजन होगा।
भगवान राम और माता सीता के दोनों बेटों लव और कुश के नाम पर इस यात्रा को यह नाम दिया गया है। बिहार के लिए इसका राजनीतिक अर्थ भी है जहां यह शब्द कोइरी (कुशवाहा) और कुर्मी जातियों के बीच गठबंधन के लिए इस्तेमाल होता रहा है। इसके अलावा, बीजेपी ने देश के अलग-अलग हिस्सों में बुकलेट बंटवाने का भी प्लान बनाया है जिसके जरिए यह बताया जाएगा कि राम मंदिर निर्माण के लिए भगवा दल की ओर से क्या-क्या कदम उठा गए। साथ ही इसे लेकर बूथ-लेवल पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। 22 जनवरी को राम मंदिर के अभिषेक समारोह के दिर हर बूथ पर पार्टी कार्यकर्ता दीया-प्रज्ज्वलन कार्यक्रम आयोजित करेंगे।
आरएसएस और वीएचपी की अहम भूमिका
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) और विश्व हिंदू परिषद (VHP) की भूमिका भी अहम रहने वाली है। भाजपा पहले ही इन्हें राम मंदिर से संबंधित आयोजित सभी कार्यक्रमों को समर्थन देने का वादा कर चुकी है। आरएसएस और वीएचपी की ओर से 22 जनवरी के कार्यक्रम के निमंत्रण को लेकर कलश यात्राएं निकाली जा रही हैं। लोगों के घर तक अक्षत पहुंचाई जा रही है। बीजेपी ने हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों के लिए अपने घोषणापत्र में ऐलान किया था कि अगर वह सत्ता में आई तो अयोध्या की मुफ्त यात्रा कराई जाएगी।
7,000 मेहमानों को किया गया आमंत्रित
भाजपा ने 23 जनवरी से लेकर अगले तीन महीने में 543 लोकसभा क्षेत्रों के करीब 2.5 करोड़ लोगों को ‘दर्शन’ की सुविधा देने की योजना बनाई है। कई बड़े नामों सहित करीब 7,000 मेहमानों को आमंत्रित किया गया है जिनमें बाबा रामदेव, अमिताभ बच्चन, अक्षय कुमार, मुकेश अंबानी, गौतम अडानी, सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली तक शामिल हैं। रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा RSS प्रमुख मोहन भागवत समेत उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शामिल होंगे। अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन हमेशा से ही भाजपा के लिए प्रमुख वैचारिक मुद्दा रहा है। अब यह देश में अगले लोकसभा चुनाव से कुछ महीने पहले हो रहा है जिसे पार्टी पूरी तरह भुनाना चाहती है।
लोकसभा चुनाव के लिए अभी से माहौल बन चुका है। विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. सीट शेयरिंग का पेच सुलझाना तो दूर अभी उस पर चर्चा तक नहीं शुरू कर पाया है। दूसरी तरफ, बीजेपी ने ‘फिर आएगा मोदी’ का हुंकार भर दिया है। पार्टी ने 2024 लोकसभा चुनाव के लिए कैंपेन सॉन्ग लॉन्च किया है जिसमें मोदी सरकार की उपलब्धियों का जिक्र है। 22 जनवरी को अयोध्या में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा है। उससे पहले ही देशभर में राममंदिर को लेकर एक अलग ही जोश का माहौल है और बीजेपी उसे भुनाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही। 2024 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केंद्र की सत्ता में लगातार तीसरी बार आने के लक्ष्य से उतरेंगे। लक्ष्य बड़ा है क्योंकि अबतक ये करिश्मा सिर्फ पंडित जवाहर लाल नेहरू ही कर पाए हैं।
राम मंदिर पर बन रहे माहौल का चुनाव में मिलेगा फायदा?
बीजेपी ने ‘फिर आएगा मोदी’ कैंपेन सॉन्ग के जरिए अभी से 2024 के लोकसभा चुनाव का अजेंडा सेट कर दिया है। पार्टी का पूरा फोकस प्रो-इन्कंबेंसी फैक्टर पर है। हसरत अपनी उपलब्धियों की बदौलत केंद्र की सत्ता में हैट्रिक लगाने की है। वीडियो सॉन्ग में बीजेपी ने मोदी सरकार की 2014 से अबतक की उपलब्धियों का बखान किया है। अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण को लेकर बने माहौल को बीजेपी जमकर भुना रही है। 30 दिसंबर को पीएम मोदी अयोध्या में महर्षि बाल्मीकि इंटरनैशल एयरपोर्ट अयोध्या धाम का उद्घाटन करने वाले हैं। 22 जनवरी को रामलला की मूर्ति के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में प्रधानमंत्री मुख्य यजमान होंगे। इस मौके पर वह भाषण भी देंगे। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर बन रहे राम मंदिर का सेहरा भी बीजेपी के ही सिर बैठ रहा है। समारोह के लिए मिले न्योता को ठुकराकर विपक्ष उसका ही काम आसान कर रहा है। राम मंदिर के अलावा काशी विश्वनाथ कॉरिडोर, महाकाल कॉरिडोर निर्माण जैसे कदमों से पार्टी अपने हिंदुत्व अजेंडे को और धार दे रही है।