Sunday , November 24 2024
Breaking News

बर्फीला तूफान और -40 डिग्री तापमान; 72 साल बाद चीन में पड़ रही इतनी ठंड, 300 घंटे चली शीतलहर

बीजिंग.

भारत के उत्तरी हिस्सों में कड़ाके की सर्दी हो रही है। पहाड़ों में  बर्फबारी और मैदानी इलाकों में शीतलहर का प्रकोप जारी है। उधर, चीन में भी सर्दी का सितर जारी है। इसके कई हिस्सों में तापमान -40 डिग्री तक चला गया है। राजधानी बीजिंग शहर में इस वक्त -10 डिग्री सेल्सियस तापमान है। 9 दिनों से बर्फीला तूफान चल रहा है। सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, 1951 के बाद यह बीजिंग में दर्ज की गई सबसे लंबी शीत लहर है। इससे कामकाज भी ठप पड़ गया है।

सिर्फ अस्पतालों और इमरजेंसी सेवाओं के अलावा बाकी काम बंद पड़े हैं। बर्फीले तूफान के चलते आपस में दो मेट्रो टकरा गईं। इससे कई लोगों को अस्पताल में भर्ती करना पड़ा। सरकारी मीडिया बीजिंग डेली की रिपोर्ट के अनुसार, बीजिंग के नानजियाओ मौसम केंद्र में दर्ज तापमान रविवार दोपहर में पहली बार शून्य डिग्री सेल्सियस से ऊपर पहुंच गया। हालांकि इस वक्त राजधानी में -10 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया है।

11 दिसंबर से बर्फीला तूफान
बीजिंग डेली के अनुसार, 11 दिसंबर को पहली बार तापमान शून्य डिग्री से नीचे गिरा। कई हिस्सों में तापमान -40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। 300 घंटों से अधिक समय से शीतलहर चल रही है। इस महीने बीजिंग ही नहीं चीन के अधिकांश हिस्सों में शीत लहर का प्रकोप देखा जा रहा है। इससे कामकाज पर भी असर पड़ा है। अस्पताल और इमरजेंसी सेवाओं के अलावा बाकी व्यवसायिक कामकाज ठप पड़े हैं। लोग अपने घरों में दुबके हुए हैं। सीएनएन के अनुसार, चीन के केंद्रीय प्रांत हेनान में बिजली व्यवधान भी देखा गया। जियाओज़ुओ में, वानफैंग बिजली संयंत्र में खराबी के बाद घंटों हीटिंग रुक गई थी। दोनों शहरों की सरकारों ने बाद में बयान जारी करते हुए कहा, प्रांत के दो अन्य शहरों पुयांग और पिंगडिंगशान में "अस्पतालों, स्कूलों और आवासीय भवनों के लिए हीटिंग देने के लिए अधिकांश सरकारी भवनों और उद्यमों में हीटिंग में कटौती की गई।

बर्फीले तूफान के चलते आपस में टकराई दो मेट्रो
राजधानी बीजिंग में कड़ाके की सर्दी की वजह मेट्रो सेवाओं पर भी बुरा असर पड़ा है। शहर के परिवहन प्राधिकरण ने कहा कि बर्फीले तूफान के दौरान एक व्यस्त मेट्रो लाइन पर दो ट्रेनों की टक्कर के बाद सैकड़ों यात्रियों को बीजिंग के अस्पताल में भर्ती करना पड़ा। जिनमें से दर्जनों की हड्डियां टूटी हुई थीं।

About rishi pandit

Check Also

अमेरिका पर रोजाना ₹5,31,94,85,78,490 बढ़ रहा कर्ज, हर आदमी पर कितना बोझ?

नई दिल्ली. डॉनल्ड ट्रंप के दूसरी बार अमेरिका का राष्ट्रपति बनने से पहले ही देश …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *