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बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ‘मिशन-2024’ में व्यस्त, माफिया बना रहे पुलिस को निशाना

पटना
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर विपक्षी दलों को एकजुट करने में जुटे हैं। वहीं, बिहार में अपराधी और माफिया पुलिस को ही निशाना बना रहे हैं। प्रदेश की मुख्य विपक्षी पार्टी इसे लेकर सत्ता पक्ष पर निशाना साध रही है। हाल की घटनाओं पर गौर करें तो बेगूसराय जिले के नावकोठी थाना क्षेत्र में बुधवार को एक शराब तस्कर ने ड्यूटी पर तैनात दारोगा खामस चौधरी की कार से कुचलकर जान ले ली। इस घटना में होमगार्ड का एक जवान गंभीर रूप से घायल हो गया। यह कोई पहली घटना नहीं है, जब अपराधी ने किसी दारोगा की जान ली हो। जमुई में 14 नवंबर को अपर थानाध्यक्ष प्रभात रंजन को उस वक्त ट्रैक्टर से रौंद डाला गया था, जब वह अवैध खनन को रोकने का प्रयास कर रहे थे। मौके पर ही प्रभात रंजन की मौत हो गई थी, जबकि होमगार्ड जवान राजेश कुमार साह गंभीर रूप से घायल हो गए थे।

इससे पहले 31 अक्टूबर को बांका में शराब तस्करों को पकड़ने गई पुलिस टीम पर भी हमला किया गया। बांका जिले के धनकुंड थाना क्षेत्र में शराब तस्करों को गिरफ्तार करने गई पुलिस टीम पर शराब माफियाओं ने हमला कर दिया और पुलिस वाहन को क्षतिग्रस्त कर दिया था। इस घटना में पुलिस के दो जवान गंभीर रूप से जख्मी हो गए थे। प्रदेश के बेतिया में 6 अक्टूबर को छापेमारी करने गई पुलिस टीम पर हमला किया गया। भोपतपुर ओपी क्षेत्र में गुप्त सूचना के आधार पर शराब माफियाओं पर कार्रवाई करने गई पुलिस टीम पर हमला किया गया था। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि पिछले एक महीने में दो दारोगा की हत्या और 6 महीने में तीन दर्जन से अधिक पुलिसकर्मी अपराधियों के शिकार बने हैं। पूरे बिहार में बालू और शराब माफियाओं ने कोहराम मचा रखा है। सरकार के मुखिया अपनी कुर्सी बचाने के लिए आंख मूंदे हुए हैं। जिस राज्य की पुलिस सुरक्षित नहीं, वहां की जनता का भगवान ही मालिक है।

उन्होंने दावा करते हुए कहा कि छह माह पहले बेगूसराय में ही एक अन्य दारोगा की हत्या शराब माफियाओं ने कर दी थी। पिछले दो महीने में नवादा, पटना, मुंगेर, सहरसा, सारण, जहानाबाद, किशनगंज आदि जिलों में 20 से ज्यादा ऐसी घटनाएं घटी हैं, जिसमें अपराधियों व बालू, शराब तथा भू- माफियाओं द्वारा न केवल पुलिस बल पर हमले किए गए, बल्कि उन्हें खदेड़-खदेड़कर पीटा भी गया। दूसरी तरफ जदयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार कहते हैं कि भाजपा परेशान है। अगर घटनाएं होती है तो पुलिस अपराधियों को पकड़ती भी है। उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग विपक्षी एकता को लेकर अकबका गए हैं, जिस कारण वे अनाप-शनाप बोल रहे हैं।

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