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नई दिल्ली के भक्त ने भगवान महाकाल के भोग के लिए भेंट किए चांदी के बर्तन

उज्जैन

 श्री महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन करने नई दिल्ली से आए त्रिदेव कावड के परिवार वालों ने महाकाल मंदिर समिति 2784 ग्राम वजन चांदी की 56 नग कटोरियां, एक लोटा, एक चम्मच श्री महाकालेश्वर भगवान को अर्पित किया. वहीं खम्बार, गुज के एसके जवेरी पटेल द्वारा एक चन्द्राकार चांदी का मुकुट (मय त्रिशूल, त्रिपुंड व रत्न जडित मीणा का नेत्र लगा) वजन 116.280 श्री महाकालेश्वर भगवान को अर्पित किया गया.

दानदाता को रसीद भेंट की
 ये सामग्री महाकाल मंदिर के सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल ने प्राप्त की. मंदिर में आए दानदाता को विधिवत रसीद प्रदान कर उनका सम्मान किया गया. महाकाल मंदिर को श्रद्धलु द्वारा जो दान बाबा महाकाल के लिए दिया गया है उसकी अधिक जानकारी मंदिर प्रबंध समिति के कोठार शाखा प्रभारी मनीष पंचाल द्वारा गई है. बता दें कि महाकालेश्वर मंदिर की सभी व्यवस्थाएं दान के माध्यम से ही संचालित होती हैं. श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा संचालित नि:शुल्क अन्नक्षेत्र, गौशाला आदि में भी भक्त अपनी श्रद्धानुसार अन्न दान भी करते हैं.

इसी प्रकार खंबार (गुजरात) से आए एसके जवेरी पटेल द्वारा भगवान महाकाल के शृंगार हेतु चांदी का मुकुट, त्रिशूल, त्रिपुंड तथा रत्न जड़ित त्रिनेत्र भेंट किया। दानदाता द्वारा बनावाए गए आभूषण अत्यंत सुंदर हैं। भगवान महाकाल के शृंगार में इनका उपयोग होगा।

महाकाल के भक्त करते हैं दान
 समय-समय पर मंदिर के अधिकारी, पुजारी, पुरोहितों, मंदिर प्रबंध समिति सदस्यों व कर्मचारियों के माध्यम से भी भक्तों को मंदिर में दान करने हेतु प्रेरित किया जाता है. महाकालेश्वर मंदिर में लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं और जिसकी जो श्रद्धा होती है, वह भगवान महाकाल को अर्पित करके जाते हैं. कोई नगद रुपए दान पेटी में डालते हैं तो कोई चांदी के आभूषण भेंट करते हैं तो कोई सोने के आभूषण तो कहीं श्रद्धालु अन्य क्षेत्र में उपयोग होने वाली सामग्री भेंट करते हैं. जिस कारण महाकालेश्वर मंदिर में दान के रूप में आने वाली चीजों से श्रद्धालुओं को सुविधा समय पर मिलती रहती हैं.

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