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चुनाव हारे तो राज्यसभा से बनाया MP, कांग्रेस के लिए कितने खास रहे धीरज साहू

रांची

कांग्रेस सांसद धीरज प्रसाद साहू के परिसरों से बड़े पैमाने पर नकदी की बारामदगी का मामला गरमाया हुआ है। एक तरफ जहां भारतीय जनता पार्टी इसे लेकर हमलावर है, वहीं कांग्रेस अपने नेता से पल्ला छाड़ते नजर आ रही है। धीरज प्रसाद साहू के पास समृद्ध और समावेशी समाज बनाने का दृष्टिकोण है, जहां सभी नागरिकों को सफल होने का समान अवसर मिले। साहू की वेबसाइट पर उनकी प्रोफाइल में यह बात लिखी हुई है। अब इसे व्यंग्यात्मक पंक्ति के तौर पर भी देखा जा रहा है। मालूम हो कि बीते चार दिनों में आयकर अधिकारियों को साहू के परिसरों से करीब 300 करोड़ रुपये नकद बरामद हुए हैं।

कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज साहू इन दिनों घिरते जा रहे हैं. उनके घर और ठिकानों से अकूत दौलत का खजाना मिला है. आलम ये है कि 4 दिन बाद भी नोटों की गिनती जारी है. इतना ही नहीं, 136 बैग में भरे कैश की काउंटिंग होनी है. वहीं कांग्रेस ने भी अपने नेता पर ही सवाल उठाए हैं. कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि सांसद धीरज साहू के बिजनेस से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का कोई लेना-देना नहीं है. जयराम रमेश ने कहा कि आयकर अधिकारियों द्वारा उनके ठिकानों से इतनी बड़ी मात्रा में कैश बरामद किया जा रहा है. इस कैश के बारे में सिर्फ़ वही बता सकते हैं और उन्हें यह स्पष्ट करना भी चाहिए. 

कैश मिलने के बाद राजनीति शुरू

सांसद धीरज साहू के ठिकानों से अकूत कैश मिलने के बाद राजनीति शुरू हो गई है.झारखंड बीजेपी के नेता कह रहे हैं कि जब्त पैसा कांग्रेस नेताओं का है. दूसरी ओर कांग्रेस नेता कह रहे हैं कि यह भाजपा नेताओं का है. बीजेपी सांसद संजय सेठ ने कहा कि अब तक 300 करोड़ जब्त किए गए हैं. पैसे अभी भी गिने जा रहे हैं, मशीनें खराब हो रही हैं लेकिन पैसा खत्म नहीं हो रहा है. उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि मैं राहुल गांधी और सोनिया गांधी से पूछना चाहता हूं कि ये पैसा कहां से आया. इसकी उचित जांच होनी चाहिए. ये अच्छा पैसा नहीं है ये काला धन है.

3 सूटकेस में मिली ज्वैलरी

बता दें कि सांसद धीरज साहू के ठिकानों से जब्त की गई रकम 300 करोड़ पहुंच गई है. यह किसी भी एजेंसी द्वारा एक ही ऑपरेशन में पकड़ा गया "अब तक का सबसे अधिक" काला धन हैं. इसके अलावा 3 सूटकेस ज्वैलरी मिली है.

50 कर्मचारी नोटों की गिनती कर रहे

भारतीय एसबीआई बालांगिर के क्षेत्रीय प्रबंधक भगत बेहरा ने बताया कि अभी हम दो दिनों के भीतर सभी पैसे गिनने के लक्ष्य को लेकर मिलकर काम कर रहे हैं. 50 कर्मचारी नोटों की काउंटिंग कर रहे हैं और अन्य को जल्द ही हमारे साथ शामिल होने के लिए बुलाया गया है. पैकेटों की गिनती जारी है. कुछ पैसे टिटलागढ़ में भी गिने गए. आयकर और पुलिस विभाग ने बैंक क्षेत्रों में पूरी सुरक्षा व्यवस्था की है.

8-10 अलमारियों से मिले 300 करोड़

सूत्रों ने कहा कि यह किसी एक समूह और उससे जुड़ी संस्थाओं के खिलाफ कार्रवाई के तहत देश में किसी एजेंसी द्वारा की गई अब तक की सबसे अधिक नकदी जब्ती है. बालांगिर जिले में कंपनी के परिसर में रखी लगभग 8-10 अलमारियों से लगभग करीब 300 करोड़ रुपये नकद जब्त किए गए, जबकि बाकी टिटलागढ़, संबलपुर और रांची के स्थानों से जब्त किए गए.

धीरज साहू पिछले 14 बरसों से राज्यसभा में कांग्रेस सांसद हैं। नकदी मामले में आज कांग्रेस भले ही साहू से दूरी बना रही हो मगर पार्टी के लिए वह कभी बहुत खास हुआ करते थे। साहू का राजनीतिक सफर लंबा रहा है। साल 1978 में ही वह रांची यूनिवर्सिटी से पढ़ाई-लिखाई के दौरान NSUI से जुड़ गए। इसके बाद उन्हें जिला कांग्रेस कमिटी में शामिल किया गया। पार्टी आलाकमान से उन्हें कितनी अहमियत मिलती रही, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि मई 2009 में लोकसभा चुनाव में हार के बावजूद वह संसद पहुंच गए। दरअसल, झारखंड की चतरा सीट से साहू कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा चुनाव में खड़े हुए मगर उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा। हालांकि, पार्टी ने उनका साथ नहीं छोड़ा और एक महीने बाद ही जून में उन्हें राज्यसभा सांसद बना दिया। 

पार्टी आलाकमान के लिए साहू बने रहे भरोसेमंद चेहरा
राज्यसभा सांसद के तौर पर धीरज साहू का यह तीसरा कार्यकाल है। कांग्रेस ने 2014 में साहू को दोबारा चतरा सीट से लोकसभा टिकट दिया था, जबकि वह उच्च सदन के सदस्य पहले से थे। इस चुनाव में उन्हें बुरी तरह से हार का सामना करना पड़ा। बमुश्किल ही वह अपनी जमानत बचा पाए। झारखंड के लोहरदगा जिले से साहू कांग्रेस के लिए कभी लोकसभा या विधानसभा चुनाव नहीं जीता सके। इसके बावजूद, वह पार्टी आलाकमान के लिए राज्यसभा में भरोसेमंद चेहरा रहे। नकदी मामले के बाद पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने एक्स पर पोस्ट किया, 'सांसद धीरज साहू के व्यवसाय से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का कोई लेना-देना नहीं है। सिर्फ वही बता सकते हैं और उन्हें यह स्पष्ट करना भी चाहिए कि कैसे आयकर अधिकारियों की ओर से उनके ठिकानों से इतनी बड़ी मात्रा में नकद बरामद किया जा रहा है।'

भ्रष्टाचार का यह 'एटीएम' गांधी परिवार में किसका: स्मृति
केंद्रीय महिला व बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने धीरज प्रसाद साहू के परिसर से बेहिसाब नकदी की बरामदगी पर तंज कसा है। उन्होंने शनिवार को कहा भ्रष्टाचार का यह 'एटीएम' गांधी परिवार में किसका है, इस सवाल के जवाब का इंतजार रहेगा। वहीं, जांच अधिकारियों ने बताया कि बौध डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड और उससे जुड़ी संस्थाओं के खिलाफ आयकर विभाग के छापे में अब तक भारी मात्रा में नकदी बरामद की गई है। ये छापे साहू से जुड़े परिसरों में भी मारे गए हैं। आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि जब्त की गई रकम 290 करोड़ तक पहुंचने की उम्मीद है जो किसी भी एजेंसी की ओर से एक ही अभियान में बरामद किए गए काले धन का अब तक का सबसे बड़ा भंडार होगा।

 

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