- बड़े शहरों में दीनदयाल चलित रसोई केंद्र का शुभारंभ
- गरीबों को पांच रुपये में मिलेगा भोजन
- 10 चलित रसोई केंद्र को सीएम ने हरी झंडी दिखाई
Madhya pradesh bhopal deen dayal rasoi yojana cm shivraj flagged off mobile deendayal rasoi centres in smart city park bhopal: digi desk/BHN/भोपाल/ प्रदेश के 10 लाख से अधिक जनसंख्या वाले नगर निगमों में दीनदयाल चलित रसोई केंद्र (वाहन) संचालित होंगे। नगर निगम क्षेत्र इंदौर में चार, भोपाल में तीन और जबलपुर व ग्वालियर में दो-दो चलित रसोई केंद्र चलेंगे। शेष 12 नगर निगमों सहित पीथमपुर और मंडीदीप नगरीय निकाय में एक-एक चलित रसोई केंद्र शुरू किया गया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को भोपाल के स्मार्ट सिटी पार्क में दीनदयाल रसोई योजना अंतर्गत चलित रसोई केंद्रों का शुभारंभ किया।
5 रुपए में भरपेट भोजन
मुख्यमंत्री ने 10 चलित दीनदयाल रसोई केंद्रों को हरी झंडी दिखाई। ये चलित केंद्र बड़े शहरों के उन स्थानों पर श्रमिकों और अन्य जरूरतमंद लोगों को पांच रुपये में भरपेट भोजन उपलब्ध करवाएंगे, जहां ऐसे लोग कार्य करते हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि पं. दीनदयाल उपाध्याय दरिद्र को ही भगवान मानते थे। उनके इस मंत्र को स्वीकार करते हुए दरिद्र नारायण की सेवा के लिए मध्य प्रदेश में दीनदयाल रसोई केंद्र योजना शुरू की गई।
चलकर रसोई आएगी जरूरतमंदों के पास
इस व्यवस्था से ऐसे मजदूर जो गांव से शहर आकर जीविका चलाते हैं, उन्हें अधिक राशि और समय खर्च किए बिना उनके काम करने की जगह पर ताजा भोजन उपलब्ध हो जाएगा। मध्य प्रदेश सरकार ने योजना में प्रति व्यक्ति 10 रुपये के मान से अनुदान देने की व्यवस्था की है। मुख्यमंत्री ने नगरीय विकास एवं आवास विभाग को इस योजना के संचालन के लिए बधाई दी।
वर्ष 2017 में शुरू की थी योजना
दीनदयाल रसोई केंद्र योजना सात फरवरी, 2017 को जिला मुख्यालयों और छह प्रमुख धार्मिक स्थानों को मिलाकर 56 स्थानों पर एक साथ शुरू की गई थी। वर्तमान में 166 स्थानों पर योजना का संचालन किया जा रहा है। प्रदेश में 25 चलित रसोई केंद्र प्रारंभ हुए हैं। चलित केंद्र की लागत 25 लाख रुपये है। शीघ्र ही 20 हजार से अधिक आबादी वाले 68 नगरीय निकायों में भी इस तरह के रसोई केंद्र शुरू करने की योजना है। वाहनों को विभिन्न क्षेत्रों में भेजने के लिए समय-सारणी बनाई गई है।