Amazing:digi desk/BHN/प्रदेश के श्योपुर जिले में स्थित कूनो नेशनल पार्क में तैनात वन आरक्षक देवेन्द्र माहौर ने 144 प्रकार के पक्षी ढूंढ निकाले हैं। इनमें 5 से 6 प्रजाति तो ऐसी हैं, जो बेहद दुर्लभ और विलुप्तप्राय मानी जाती हैं। आश्चर्य की बात यह कि आरक्षक ने यह अनूठा काम सिर्फ अपने शौक के बलबूते कर दिखाया। आरक्षक बीते वर्ष हुए पक्षियों के सर्वे के दौरान पक्षी विशेषज्ञों की सुरक्षा में तैनात किया गया था।
उसी दौरान इसने विशेषज्ञों के काम करने के तरीके को देखा और एकलव्य की तरह यह ज्ञान सीख लिया कि पक्षियों को किस तरह पहचाना जाता है। यह खोज इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि पिछले वर्ष 2019 में इसी कूनो नेशनल पार्क में एक आधिकारिक सर्वे हुआ था, जिसमें में पक्षियों के जानकार 120 लोगों की 22 टीमों ने मिलकर तीन दिन में 200 पक्षी प्रजातियों की उपस्थिति का पता लगाया था, जबकि इस वर्ष इस अकेले वन आरक्षक ने 144 प्रजातियां ढूंढ लीं।
सर्वे में देवेंद्र को ऐसे दुर्लभ प्रजाति के पक्षी मिले जो पिछले साल हुए सर्वे में विशेषज्ञों को भी नहीं मिले थे। नेशनल पार्क ने इसे उपलब्धि मानते हुए वन आरक्षक द्वारा तलाशे गए पक्षियों के नाम पक्षी सर्वे में जुड़वाने के लिए भेज दिए हैं। कोरोनाकाल के कारण इस वर्ष आधिकारिक सर्वे नहीं हुआ है।
एशियाटिक लायन और अफ्रीकी चीतों को कूनो अभयाण्य में लाने के प्रयासों को भले ही अभी सफलता नहीं मिली हो लेकिन इस नेशनल पार्क में पक्षियों का सर्वे सुखद अहसास कराता है। पिछले साल 22 से 24 नवंबर के बीच हुए पहले पक्षी सर्वे अभयारण्य के 22 मार्गों पर किया गया था।
इस सर्वे में 120 प्रकार के पक्षी कूनो नेशनल पार्क में देखे गए, जिनमें से एल्पाइन स्विफ्ट, यलो लेग्ड बटनक्वेल, लांग टेल्ड मिनवेट, इंडियन स्पाटिड, कॉमन ग्रासहोपर, वार्बलर, डस्की वार्बलर, स्मोकी वार्बलर, साइबेरियन रूबीथ्रोट, ब्ल्यू केप्ड रॉक थ्रश, ग्रे बुशचट और ह्वाइट केप्ड प्रजाति के पक्षी दुर्लभ प्रजाति के बताए गए। इस सर्वे को देखकर कूनो नेशनल पार्क में पदस्थ वन आरक्षक देवेन्द माहौर को भी पक्षियों की खोज करने का जज्बा जागा।
इसलिए ढूंढ निकाले सर्वे से ज्यादा पक्षी
कूनो नेशनल पार्क में 2019 का पक्षी सर्वे 22 टीमों ने मात्र 3 दिन किया था, लेकिन कूनो नेशनल पार्क के चप्पे-चप्पे से वाकिफ देवेन्द्र माहौर पूरे सालभर यह सर्वे किया। गर्मी, बरसात और सर्दी के सीजन में देखे जाने वाले पक्षियों पर नजर गढ़ाए रखी।
जब भी कोई अलग प्रजाति का पक्षी उन्हें दिखता तो तत्काल कैमरे से फोटो लेकर उस पक्षी की प्रजाति से लेकर अन्य जानकारियों की खोज इंटरनेट एवं बाइल्डलाइफ से जुड़ी किताबों में करते थे। देवेंद्र को करीब आधा दर्जन दुर्लभ और विलुप्तप्राय प्रजाति के पक्षी मिले। इनमें ब्ल्यू टेल्ड बी ईटर, सैंडपाइपर्स, एलेक्जेण्ड्रियल पेराकीट, स्पिटिड क्रीपर आदि शामिल हैं।