- सीसीएफ और प्रभारी क्षेत्र संचालक लखन लाल उइके ने बताया कि बाघ के गले और कंधे पर चोट के गहरे निशान थे
- घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण कर सभी साक्ष्य एकत्र किए गए हैं। मौके पर ही बाघ के शव को जला दिया गया
- पतौर रेंज के ग्राम बमेरा में मंगलवार की रात बाघ के हमले से वृद्ध की मौत हो गई
उमरिया, भास्कर हिंदी न्यूज़/ बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में फिर एक बाघ की मौत हो गई। बुधवार को बाघ का शव ताला गेट से आधा किमी चरण गंगा नदी के किनारे पाया गया। मृत बाघ की उम्र पांच से सात वर्ष के बीच बताई गई है। बाघ के शरीर पर चोट के गहरे निशान थे।
आपसी संघर्ष में हुई मौत
वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि बाघ की जान आपसी संघर्ष में गई है। आसपास दूसरे बाघ के पदचिह्न भी पाए गए हैं और लड़ाई के निशान भी जमीन पर देखने को मिले हैं। इससे पहले 15 सितंबर को मानपुर रेंज के पटेहरा बीट में बाघ का सिर कटा हुआ शव नाले की रेत में दबा मिला था।
गले और कंधे पर चोट के निशान
सीसीएफ और प्रभारी क्षेत्र संचालक लखन लाल उइके ने बताया कि बाघ के गले और कंधे पर चोट के गहरे निशान थे जिससे अन्य बाघ से लड़ाई में मौत की आशंका है। दूसरे बाघ की भी तलाश की जा रही है। यह देखने का प्रयास किया जा रहा है कि कहीं वह भी ज्यादा घायल तो नहीं हुआ है। घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण कर सभी साक्ष्य एकत्र किए गए हैं। मौके पर ही बाघ के शव को जला दिया गया।
पतौर रेंज में बाघ के हमले से वृद्ध की मौत
पतौर रेंज के ग्राम बमेरा में मंगलवार की रात बाघ के हमले से वृद्ध की मौत हो गई। उमरिया में पिछले दो महीने में पांच लोगों की जान बाघ के हमले से हो चुकी है।