छतरपुर, भास्कर हिंदी न्यूज/ पूर्व मंत्री रामदयाल अहिरवार के निधन के बाद सोमवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और सांसद वीडी शर्मा उनके गृहनगर महाराजपुर पहुंचे व श्रद्धांजिल अर्पित की। महाराजपुर व चंदला से छह बार विधायक रहे अहिरवार को मध्यप्रदेश सरकार में परमानेंट विधायक के रूप में भी जाना जाता था।
उन्होंने राज्य परिवहन एवं गृहमंत्री के साथ ही जल संसाधन मंत्रालय का भी प्रभार संभाला था। अंतिम चुनाव महाराजपुर नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष के रूप में जीता था। रविवार को बीमारी के कारण निधन हो गया।
इस अवसर पर पहुंचे मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि रामदयाल अहिरवार राजनीतिज्ञ के साथ वे समाजसेवी भी थे। महाराजपुर में उनकी स्मृति को अक्षुण्ण रखने का प्रयास किया जाएगा। उधर अहिरवार के स्वजन ने बीमारी के समय पार्टी द्वारा अनदेखी किए जाने के आरोप भी लगाए हैं। कहा कि जब वह मंत्री थे तब भीड़ लगती थी, बाद में फिर किसी ने पलटकर भी नहीं देखा। हालाकि अब राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया।
दो हजार रुपये की पर्ची कटाई, तब शव पहुंचा महाराजपुर
पूर्व मंत्री स्वर्गीय रामदयाल अहिरवार के बेटे लक्ष्मी अहिरवार ने बताया कि पिता पिछले दस माह से बीमार थे, लेकिन किसी ने पूछा तक नहीं। कई बार यहां सीएम आए, कई बार प्रभारी मंत्री आए, सांसद आए लेकिन किसी ने मिलने तक की नहीं सोचा। छह माह पहले पिता को भोपाल के चिरायु अस्पताल में भी भर्ती कराया था। वहां लंबे समय तक भर्ती रहे पर कोई मंत्री या पार्टी का नेता देखने या मिलने तक नहीं आया। निधन के बाद पार्थिव देह को महाराजपुर ले जाना था। जब सीएमएचओ से वाहन की व्यवस्था कराने की बात कही तो उन्होंने कहा दिया कि उनके पास वाहन नहीं है। वह समर्पण संस्था से बात कर लें। संस्था प्रबंधन से बात की गई तब उन्होंने 2000 रुपये की पर्ची काटी उसके बाद उनकी पार्थिवदेह को महाराजपुर लाया गया।