National jaipur mumbai train firing 4 killed rpf jawan opened fire: digi desk/BHN/मुंबई/ जयपुर से मुंबई आ रही एक्सप्रेस ट्रेन में रविवार सुबह फायरिंग हो गई। फायरिगं आरपीएफ के एक जवान ने की। अब तक की जानकारी के मुताबिक, यह घटनाक्रम मुंबई से करीब 100 किमी पहले पालघर और दहिसर के बीच सुबह 5 और 5.30 बजे के बीच हुआ। आरपीएफ के जवान चेतन सिंह पर फायरिंग का आरोप है। मरने वालों में आरपीएफ के एएसआई टिकाराम भी शामिल हैं। चेतन को गिफ्तार कर लिया गया है और उससे पूछताछ की जा रही है। बताया जा रहा है कि वह अपना ट्रांसफर किए जाने से नाखुश था।
रेलवे की प्रतिक्रिया
मुंबई में डीआरएम नीरज कुमार ने कहा, “सुबह करीब 6 बजे हमें पता चला कि एक आरपीएफ कांस्टेबल, जो एस्कॉर्टिंग ड्यूटी पर था, ने गोली चला दी। चार लोगों की मौत हुई है। हमारे रेलवे अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं। मृत यात्रियों के परिवारों से संपर्क किया गया है। अनुग्रह राशि दी जाएगी।”
यह पूरा मामला आरपीएफ के दो जवानों के बीच विवाद का है। दोनों के बीच पहले कहा सुनी होती है। हाथापाई के बाद दोनों एक दूसरे पर फायरिंग कर देते हैं। आरोपी जवान को गिरफ्तार कर लिया गया है। चलती ट्रेन से कूदकर भागने की कोशिश कर रहा था। पूछताछ जारी है। पता लगाया जा रहा है कि दोनों के बीच किस बात पर विवाद हुआ। पूरा घटनाक्रम चलती ट्रेन में हुआ। GRP के अनुसार, फायरिंग में 4 लोगों की मौत हो गई है। ये ट्रेन राजस्थान से मुंबई सेंट्रल स्टेशन पर आ रही थी।
समाचार एजेंसी ANI के मुताबिक, पश्चिमी रेलवे ने बताया कि पालघर स्टेशन पार करने के बाद आरपीएफ कांस्टेबल ने चलती ट्रेन के अंदर गोलीबारी कर दी। उसने एक आरपीएफ एएसआई और तीन अन्य यात्रियों को गोली मार दी और दहिसर स्टेशन के पास ट्रेन से बाहर कूद गया। आरोपी सिपाही को हथियार समेत हिरासत में लिया गया है।
गुस्सैल RPF जवान के पास थी AK-47 जैसी खतरनाक ARM गन,
30 गोलियां लोड थीं, जो सामने आया उस पर चलाईं
चेतन के बारे में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। चीफ सिक्योरिटी कमिश्नर प्रवीण सिन्हा ने बताया कि चेतन गुस्सैल स्वभाव का था और पिछले दिनों से डिस्टर्ब चल रहा था।सिन्हा ने बताया कि वारदात के दौरान चेतन ने पहले अपने सीनियर एएसआई टीकाराम मीणा को गोली मारी और इसके बाद जो सामने आया, उस पर फायरिंग कर दी। इसी कारण तीन यात्रियों की मौत हो गई।वारदात को अंजाम देने के बाद चेतन ने चेन पुलिंग कर भागने की कोशिश की, लेकिन उसे पकड़ लिया गया।
AK-47 जितनी खतरनाक है ARM गन
आरपीएफ के सुरक्षाकर्मियों को ARM गन दी जाती है। इसे AK-47 जितनी खतरनाक बताया जाता है। चेतन सिंह परमाण और उसके साथी सूरत से ट्रेन में चढ़े थे। इनकी जिम्मेदारी सूरत से मुंबई तक ट्रेन की सुरक्षा करना था।
चेतन सिंह अपना ट्रांसफर होने से नाखुश था। इसी बात पर उसका अपने सीनियर टीका सिंह से विवाद शुरू हो गया। सूरत से चला यह झगड़ा महाराष्ट्र के पालघर और दहिसर के बीच उग्र हो गया।चेतन बेकाबू हो गया और उसने एएसआई को गोली मार दी। इसी बोगी के पास एस-6 कोच था। माना जा रहा है कि गोली की आवाज सुनकर कुछ लोग देखने आए और चेतन के गुस्से का शिकार हो गए।
फिलहाल चेतन को गिरफ्तार कर लिया गया है और उससे पूछताछ की जा रही है। मृतकों में एक यात्री की पहचान कादर भाई के रूप में की गई है।