Madhya pradesh bhopal mp weather update weather may remain clear in madhya pradesh in the beginning of august: digi desk/BHN/भोपाल/ मौसम विभाग के विशेषज्ञों का कहना है कि मानसून की गतिविधियां धीरे-धीरे शिथिल हो रही हैं। अगस्त माह की शुरुआत में मौसम साफ रहने की संभावना है। इन दिनों बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र मौजद है।
मानसून द्रोणिका पंजाब, उत्तर प्रदेश, बिहार से होकर बंगाल की खाड़ी तक जा रही है। इन दो मौसम प्रणालियों के असर से नमी मिल रही है। इस वजह से कहीं-कहीं वर्षा हो रही है।
इसी क्रम में रविवार को सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक गुना में 22, रतलाम में पांच, सिवनी में 2.9, शिवपुरी में एक, धार में 0.6, सागर में 0.3, उज्जैन में 0.2 मिलीमीटर वर्षा हुई। भोपाल, ग्वालियर, मंडला एवं नर्मदापुरम में बूंदाबांदी हुई।मौसम विज्ञानियों के मुताबिक सोमवार को रीवा, शहडोल, सागर, उज्जैन, ग्वालियर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं मध्यम स्तर की वर्षा हो सकती है। भोपाल, नर्मदापुरम, इंदौर संभाग के जिलों में गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं।
मौसम विज्ञान केंद्र के मौसम विज्ञानी एसएन साहू ने बताया कि वर्तमान में उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। मानसून द्रोणिका अंबाला, लुधियाना, बरेली, पटना से होते हुए बंगाल की खाड़ी तक बनी हुई है।बंगाल की खाड़ी से लगातार मिल रही नमी के कारण पूर्वी मप्र के रीवा, शहडोल, सागर संभाग के जिलों में वर्षा हो रही है। उधर, मानसून द्रोणिका के प्रभाव से ग्वालियर, उज्जैन संभाग के जिलों में भी वर्षा की संभावना बनी हुई है।
मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि मानसून द्रोणिका अब सामान्य स्थिति से ऊपर की तरफ खिसकने लगी है। इस वजह से मप्र में मानसून की गतिविधियों में कमी आने लगेगी। हालांकि, वातावरण में नमी रहने के कारण तापमान बढ़ने पर गरज-चमक के साथ कहीं-कहीं बौछारें पड़ सकती हैं। हालांकि अगस्त माह के पहले सप्ताह में मौसम कुछ साफ होने की संभावना नजर आ रही है।