Madhya pradesh bhopal mp rs 12 pont 42 crore scam in the name of farmers affected by natural calamity in mp: digi desk/BHN/भोपाल/मध्य प्रदेश में सरकार तो प्राकृतिक आपदा से पीड़ित किसानों की सहायता करने के लिए राहत राशि देती है पर 12 जिलों में यह उन तक नहीं पहुंच पाई। वर्ष 2018 से 2022 के बीच भिंड, श्योपुर, देवास, सीहोर, शिवपुरी, मंदसौर सहित कई जिलों में किसानों के नाम पर 12.42 करोड़ रुपये की अनियमितता की गई।
स्वजनों के खातों में डाल दी राशि
क्षतिपूर्ति की यह राशि पटवारी सहित अन्य कर्मचारियों ने अपने स्वजन या निकटतम लोगों के खातों में डाल दी। महालेखाकार के अंकेक्षण प्रतिवेदन में भी यह बात सामने आई और विधानसभा में राजस्व विभाग ने भी इसे स्वीकार किया है। अब तक 60 लाख रुपये की वसूली हो चुकी है। देवास में सात पटवारी और दो लिपिक को निलंबित करने के साथ 35 की विभागीय जांच की जा रही है।
मप्र विधानसभा में उठा था मुद्दा
मप्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डा.गोविंद सिंह सहित अन्य विधायकों ने ओलावृष्टि, सूखा और अतिवृष्टि से किसानों को हुए नुकसान की भरपाई के लिए दी जाने वाली आर्थिक सहायता में अनियमितता का विषय उठाया था।
राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने दी थी जानकारी
राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत द्वारा दिए लिखित उत्तर में बताया गया कि भिंड, श्योपुर, देवास, सीहोर, शिवपुरी, मंदसौर, छतरपुर, खंडवा, सिवनी, आगर-मालवा, रायसेन, सतना सहित जिलों में प्रभावित किसानों के बैंक खातों में राशि डालने के स्थान पर राजस्व अधिकारियों-कर्मचारियों ने अपने स्वजन या निकटतम लोगों के बैंक खातों में राशि डाल दी।
इतने जिलों में हुई गड़बड़ी
शिवपुरी में चार कर्मचारियों ने दो करोड़ 77 लाख 62 हजार, मंदसौर में 64 लाख 51 हजार, छतरपुर में 37 लाख 95 हजार 347, खंडवा में 11 लाख 61 हजार, आगर-मालवा में 23 लाख 87 हजार, रायसेन में 70 लाख 60 हजार, सतना में 12 लाख 94 हजार, श्योपुर में दो करोड़ 83 लाख 88 हजार, देवास में एक करोड़ 45 लाख, सीहोर में एक करोड़ 13 लाख 46 हजार और चंबल संभाग में दो करोड़ 24 लाख 31 हजार रुपये के भुगतान में गड़बड़ी हुई। छतरपुर, सतना और आगर मालवा में 60 लाख 31 हजार रुपये से अधिक की वसूली हो चुकी है।