Madhya pradesh bhopal mp news madhya pradesh will have 31 medical colleges within five years: digi desk/BHN/भोपाल/ शिवराज कैबिनेट ने बुधवार को छह नए सरकारी मेडिकल कालेज खोले जाने की स्वीकृति दी। अभी 14 सरकारी मेडिकल कालेजों में पढ़ाई हो रही है और 11 मेडिकल कालेज खुलने की प्रक्रिया में है।
इस तरह आगामी पांच वर्ष में प्रदेश में 31 सरकारी मेडिकल कालेज संचालित होने लगेंगे। अभी 13 निजी कालेज मिलाकर 27 कालेजों के साथ प्रदेश इनकी संख्या के मामले में देश में 10वें नंबर पर है। यहां एमबीबीएस की 4700 सीटें हैं। सबसे ज्यादा 72 मेडिकल कालेज तमिलनाडु में हैं। दूसरे नंबर पर कर्नाटक में 70 और फिर उत्तर प्रदेश में 68 हैं। इनमें एम्स भी शामिल हैं। देशभर में कुल 704 कालेजों में एमबीबीएस की 1,07,798 सीटें हैं।
50 वर्ष में एक भी कालेज नहीं खुला, इसलिए पिछड़े हम
प्रदेश में वर्ष 1956 तक पांच मेडिकल कालेज थे। इसके 50 वर्ष तक यानी वर्ष 2006 तक कोई मेडिकल कालेज नहीं खुला। 2007 में सागर में बुंदेलखंड मेडिकल कालेज की स्थापना हुई। यहां 2009 से एमबीबीएस में प्रवेश शुरू हुआ। इसके बाद से 25 नए सरकारी कालेज स्वीकृत हो चुके हैं। इनमें आठ में पढ़ाई भी शुरू हो गई है। इस दौरान अन्य राज्यों में लगातार कालेज खुलते रहे, जिससे वे आगे निकल गए।
राज्य — मेडिकल कालेज– एमबीबीएस सीटें
- तमिलनाडु– 74– 11, 600
- कर्नाटक– 70– 11, 595
- उत्तर प्रदेश– 68–9,703
- महाराष्ट्र — 67– 10, 745
- तेलंगाना–56– 8,440
- गुजरात– 39– 6,900
- आंध्र प्रदेश– 37–6,435
- राजस्थान– 35 — 5,575
- बंगाल–35– 5,175
- केरल– 33– 4,655
- मध्य प्रदेश– 27– 4,700
MP में यहां हैं सरकारी मेडिकल कालेज
भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, रीवा, सागर, शहडोल, विदिशा, रतलाम, दतिया, खंडवा, शिवपुरी, छिंदवाड़ा और सतना।केंद्र प्रवर्तित योजना से अगले दो वर्ष में शुरू होंगे यहां पर कालेज- मंदसौर, नीमच, राजगढ़, सिंगरौली, श्योपुर एवं मंडला।
राज्य प्रवर्तित योजना से (पहला चरण)- सिवनी, छतरपुर, बुधनी, उज्जैन और दमोह।राज्य प्रवर्तित योजना से (दूसरा चरण)- खरगोन, धार, भिंड, बालाघाट, टीकमगढ़ और सीधी।