सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ शक्ति भवन जबलपुर में माउस क्लिक करते ही 350 किलोमीटर दूर विंध्य क्षेत्र में हुआ पावर ट्रांसफार्मर ऊर्जीकृत जबलपुर एमपी ट्रांसको (मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी) ने प्रदेश के अपने ट्रांसमिशन नेटवर्क में एडवांस टेक्नोलॉजी के उपयोग को आगे बढ़ाते हुए एक और उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है द्यमध्य प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर ने बताया कि मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी ने सिंगरौली जिले के 132 केवी सब स्टेशन देवसर में 50एम व्ही ए क्षमता का पावर ट्रांसफार्मर स्थापित किया है और इसमें विशेष यह है कि इसे बिजली कंपनी के मुख्यालय शक्ति भवन जबलपुर से पावर सेक्टर की एडवांस टेक्नोलॉजी के माध्यम से 350 किलोमीटर दूर स्थापित इस ट्रांसफार्मर को ऊर्जीकृत करने में सफलता हासिल हुई है।
ऊर्जा मंत्री श्री तोमर ने बताया कि सिंगरौली जिले को अब लगभग 45 मेगावाट की अतिरिक्त विद्युत उपलब्ध होने के साथ विद्युत उपभोक्ताओं को गुणवत्तापूर्ण बिजली उचित वोल्टेज पर उपलब्ध रहेगी। ऊर्जा मंत्री श्री तोमर ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार की प्रदेश के ट्रांसमिशन नेटवर्क में अत्याधुनिक तकनीक के ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करने की मंशा के अनुसार एमपी ट्रांसको ने यह उपलब्धि हासिल की है। ऊर्जा मंत्री ने इसके लिए एमपी ट्रांसको के कार्मिकों को बधाई देते हुए कहा है कि इसी तरह ट्रांसमिशन कंपनी एडवांस तकनीक का उपयोग कर उपभोक्ताओं को सतत् और गुणवत्तापूर्ण विद्युत पारेषण उपलब्ध कराती रहेगी।
विंध्य क्षेत्र में पहली बार हुआ रिमोट से ट्रांसफार्मर ऊर्जीकृत
एमपी ट्रांसको ने इस माह सेवानिवृत्त हो रहे मुख्य अभियंता श्री दीपक जोशी को सम्मान दिया। जिन्होंने बिजली कंपनियों के मुख्यालय शक्ति भवन से एच एम आई (ह्यूमन मशीन इंटरफ़ेस) तकनीक का उपयोग करते हुए कंप्यूटर का माउस क्लिक कर 352 किलोमीटर दूर देवसर सिंगरौली में ट्रांसफॉर्मर को ऊर्जीकृत किया। विंध्य क्षेत्र में इस तकनीक का उपयोग पहली बार हुआ है एम पी ट्रांसको के अधीक्षण अभियंता सतना श्री सुनील वझे ने बताया कि इस तकनीक में मानव और कंप्यूटर मशीनों के तालमेल से उपकरणों को नियंत्रित और संचालित किया जाता है।
सिंगरौली जिले की ट्रांसफॉरमेशन कैपेसिटी में बढ़ोतरी
अधीक्षण अभियंता श्री सुनील वझे ने बताया कि इस ट्रांसफार्मर के ऊर्जीकृत होने से 132 के व्ही सबस्टेशन देवसर को एक अतिरिक्त पावर ट्रांसफार्मर का विकल्प मिल गया है। जिससे सब स्टेशन की क्षमता बढ़कर 90 एम व्ही ए की हो गई है साथ ही सिंगरौली जिले को विद्युत आपूर्ति करने के लिए एक और फ्लैक्सिबल विकल्प प्राप्त हुआ है। सिंगरौली जिले की ट्रांसफॉरमेशन क्षमता भी बढ़कर अब 243 एम व्हीए की हो गई है। एमपी ट्रांसको जिले में देवसर के अलावा डोंगरीताल, मोरवा, राजमिलान एवं बैढन 132 केवी सब स्टेशनों के माध्यम से विद्युत पारेषण करती है।
ठेकेदारों के माध्यम से नहीं होगी बाजार बैठकी-तहबाजारी शुल्क की वसूली
नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने सभी नगरपालिक निगम आयुक्तों और मुख्य नगरपालिका अधिकारियों को निर्देशित किया है कि ठेकेदारों के माध्यम से बाजार बैठकी-तहबाजारी शुल्क की वसूली नहीं की जाए। साथ ही इसकी प्रतिदिन वसूली भी नहीं होना चाहिए। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा हाथठेला, फेरी एवं रेहड़ी वालों की महापंचायत में हितग्राहियों के अनुरोध पर बाजार बैठकी-तहबाजारी शुल्क की प्रतिदिन की वसूली और वसूली में ठेकेदारी प्रथा को बंद करने की घोषणा की गई थी।मंत्री श्री सिंह ने कहा है कि जिन नगरीय निकायों में बाजार बैठकी-तहबाजारी शुल्क की प्रतिदिन वसूली के लिये ठेके किये गये हैं, उन्हें प्राप्त होने वाली आय का आकलन करके शेष अवधि के लिये ठेके निरस्त करने की कार्यवाही परिषद की बैठक में की जाए। साथ ही बैठक में प्रतिदिन वसूली के स्थान पर अर्द्धवार्षिक-वार्षिक दरों का निर्धारण किया जाए। की गई कार्यवाही की जानकारी समय-सीमा में आयुक्त नगरीय प्रशासन एवं विकास को भेजने के निर्देश भी दिए गए हैं।