Health tips do not ignore the problem of stomach as gas see the doctor immediately: digi desk/BHN/इंदौर/ पेट से जुड़ी समस्या को हर मरीज गैस संबंधित परेशानी मानता है और उसे कई दिनों तक नजरअंदाज करता रहता है। सामान्यतौर पर मरीजों को अपच या गैस की शिकायत होती है। खाने के बाद पेट दर्द या पेट फूलने की शिकायत होती है। इसके गैस के अलावा अन्य कारण भी हो सकते हैं। कई बार गाल ब्लेडर में पथरी होने के कारण भी ये सारी समस्या हो सकती हैं। गाल ब्लेडर में पथरी होने के साथ हायटस हर्निया और पेपटिक अल्सर की समस्या के ये प्रारंभिक लक्षण हो सकते हैं। ऐसे में मरीजों को इस तरह की परेशानियों को सामान्य नहीं मानना चाहिए।
वरिष्ठ गेस्ट्रो सर्जन डा. पीएस लुबाना का कहना है कि कई बार पेन्क्रियाज में संक्रमण होने के कारण भी इस तरह की समस्या हो सकती है। कई बार पेट में छोेटे-मोटे ट्यूमर या आहार नली व भोजन नली के कैंसर के कारण भी हो सकते हैं। आगे कोई गंभीर परेशानी से बचने के लिए मरीजों को अपने पेट संंबंधित समस्या ज्यादा दिन तक नजरअंदाज नहीं करनी चाहिए। शुरुआती स्तर पर छोटी दिखने वाली समस्या बाद में गंभीर रूप भी ले सकती है। जब भी पेट फूलने, दर्द होने या खाने के बाद इस तरह तकलीफ हो तो मरीज को पेट रोग विशेषज्ञ से परामर्श लेना चाहिए।
शुरुआत में पकड़ आ जाती हैं बीमारियां
कई बार सोनोग्राफी व एंडोस्कोपी की जांच में शुरुआत में ही ये सारी बीमारियां पकड़ में आ जाती है। कई बार यह देखने में आता है कि इन लक्षणों के मरीजों का वजन कम होने लगता है और भूख भी कम लगती है। कुछ मरीजों में तो खून की कमी भी होने लगती है। तब यह कैंसर की प्रारंभिक अव्यवस्था के लक्षण हो सकते हैं। वर्तमान में लोगों की बदलती जीवनशैली के साथ खानपान में भी काफी बदलाव हुआ है। लोग पिज्जा, बर्गर, नूडल्स जैसे जंक फूड व कोल्ड्रिंक्स का सेवन भी कर रहे हैं।
डिब्बा बंद फूड का बढ़ा उपयोग
भारत में डिब्बा बंद फूड, जिनमें काफी प्रिजर्वेटिव होते हैं, उनका उपयोग बढ़ गया है। फ्रिजर में रखे हुए खाद्य पदार्थों का उपयोग ज्यादा मात्रा में किया जा रहा है। इसके कारण भी इस तरह पेट संबंधित बीमारियां व समस्या बढ़ रही है। इसके अलावा देर रात जागना व व्यायाम कम करना जैसी आदतों के कारण पेट की बीमारियों वाले रोगियों की संख्या में इजाफा हुआ है।