MP, indore more than 25 people fell into stepwell due to collapse of roof above stepwell on temple in indore: digi desk/BHN/इंदौर/, इंदौर में रामनवमी पर बड़ा हादसा हो गया। स्नेह नगर के पास पटेल नगर में श्री बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर परिसर में बनीं बावड़ी के ऊपर की छत धंसने से 25 से अधिक लोग बावड़ी में गिर गए। सुबह करीब 11.30 बजे की घटना के बाद से अभी तक चले रेस्क्यू अभियान में अभी तक 19 लोगों को बावड़ी से निकाला गया है, जिनमें दो बच्चियां भी हैं। उन्हें तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया। कुल 12 लोगों की हादसे में मौत हो चुकी है, जिनमें सात महिलाएं और एक पुरुष हैं। एक घायल की अस्पताल ले जाने के दौरान मौत हो गई। मृतकों में एक सास-बहू भी शामिल हैं। राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने इस घटना पर शोक जताय है। बचाव कार्य के लिए महू से सेना बुलाने की बात भी चल रही है।
प्रदेश के गृहमंत्री डाक्टर नरोत्तम मिश्रा ने इस हादसे पर दुख जताते हुए कहा कि घटना की जांच के आदेश दे दिए गए हैं।हादसे में मृत लोगों के परिजन उनके शरीर के अंग दान कर रहे हैं। कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह शाम को घटना स्थल पर पहुंचे।
दिवंगतों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इंदौर में पुरानी निजी बावड़ी के धंस जाने से कुछ लोगों की असामयिक मृत्यु पर गहरा दुख व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि है यहघटना दुर्भाग्यपूर्ण है। अनेक प्रयासों के बाद कुछ नागरिकों को बचाया नहीं जा सका। घटना की जांच के निर्देश दिए गए हैं। सरकार पीड़ित परिवारों के साथ खड़ी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि घटना में दिवंगत लोगों के परिजन को पांच पांच लाख रुपए की राहत राशि प्रदान की जाएगी। घायलों के नि: शुल्क उपचार के साथ 50 हजार प्रति घायल को राशि प्रदान की जाएगी।
खबरों के अनुसार, मंदिर के पास टीनशेड में बावड़ी पर निर्माण था। लोग नवमी पर हवन कर रहे थे, तभी यह बड़ा हादसा हो गया। मंत्री तुलसी सिलावट निगम आयुक्त से बोले, निगम की जितनी भी बावड़ी है उनकी सुरक्षा जांचे।
इससे क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई। तंग गलियां होने से राहत कार्य करने में भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। एंबुलेंस व 108 की गाड़ी निकलने में भी परेशानी हो रही है। कुछ लोगों को जैसे-तैसे बाहर निकाला गया।
पुलिस कमिश्नर, कलेक्टर और निगमायुक्त सहित प्रशासन की टीम सूचना मिलते ही यहां पहुंच गए। इंदौर महापौर पुष्यमित्र भार्गव सहित तमाम एमआईसी सदस्य मीटिंग छोड़ निकले दुर्घटना स्थल के लिए। साथ ही कई राजनेता भी पहुंच गए। राहत कार्य के लिए गोताखोरों को भी बुलाया गया।
लोहे की जाली पर स्लैब डालकर किया था निर्माण
मंदिर के पास टीनशेड में बावड़ी पर निर्माण था। लोग नवमी पर हवन कर रहे थे तभी हादसा हुआ। निगम अफसरों के मुताबिक 40 फीट गहरी है बावड़ी, उस पर लोहे की जाली थी। एक कमरे के बराबर चौड़ाई है बावड़ी की। लोहे की जाली पर स्लैब डालकर निर्माण किया गया। हवन के दौरान बावड़ी की छत पर ज्यादा लोगो के होने से जाली टूटी और हादसा हुआ। बावड़ी की जानकारी निगम के अफसरों को नहीं थी। हादसे के बाद अफसरों को पता चला कि यहां बावड़ी है। भोपाल में वरिष्ठ अफसर, मुख्यमंत्री को भी दे रहे जानकारी। कलेक्टर बोले अभी हमे काम करने दे रेस्क्यू चल रहा। बाद में जानकारी देंगे। कलेक्टर से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने तीन बार फोन पर जानकारी ली।